विश्व की दुसरे नंबर की बैटमिन्टन खिलाड़ी साइना नेहराल को वर्ल्ड नंबर एक कैरोलिन से हार का सामना करना पड़ा| स्पेनिश स्टार ने साइना को लगातार सेटों में 21-16 और 21-19 से हराया| इस हार से ही साइना को सिल्वर से संतोष करना पड़ा| यह पहला मौका है जब किसी इंडियन शटलर ने वर्ल्ड बैटचम्पिंशिप में सिल्वर मैडल पर कब्ज़ा जमाया हो|
पहले गेम में विश्व की नंबर वन कैरोलिना से हार का सामना करना पड़ा है| साइना को इससे पहले मारीन से साल आल इंग्लैंड चम्पिंशिप में हार मिली थी|
साइना नेहवाल ने इंडोनेशिया की लिंडावेनी फेनेत्री को लगातार गेमों में 21-17, 21-17 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। साइना वर्ल्ड चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी थीं। उनसे पहले तक कोई भी भारतीय पुरुष और महिला खिलाड़ी फाइनल में नहीं पहुंचा था। यह मुकाबला 55 मिनट तक चला था।
विश्व की नंबर एक खिलाड़ी स्पेन की कैरोलिना मारिन ने 8वीं सीड कोरिया की सुंग जी ह्यून को एक घंटे 30 मिनट में 21-17, 15-21, 21-16 से हराया। साइना का मारिन के खिलाफ 3-1 का करियर रिकॉर्ड था।
विश्व चैम्पियनशिप के इतिहास में भारत के नाम ब्रॉन्ज मेडल-
1. महान प्रकाश पादुकोण ने 1983 में
2. ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला जोड़ी ने 2011 में
3. पीवी सिंधू ने 2013-14 में
अचीवमेंट्स:-
1. लन्दन ओलंपिक में ब्रांज मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बैटमिन्टन खिलाड़ी
2. कामनवेल्थ गेम्स, 2010 में गोल्ड मेडल
3. खेल रत्न 2010
4. पदम श्री 2010
5. अर्जुन अवार्ड 2009
6. 16 साल की उम्र में पहला बड़ा इंटरनेशनल टूर्नामेंट जीता, 88 वरीयता के वावजूद फिलिपीन्स ओपन अपने नाम किया