कल से शुरू होने जा रहे भारत-दक्षिण अफ्रीका सीरीज़ को लेकर भारत के पूर्व क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी ने इंटरनेशनल बिजनेस टाइम्स से कहा कि भारतीय टीम के लिए ये दौरा आसान नहीं होगा। सबसे ज्यादा चुनौती भारतीय तेज गेंदबाजों को होने वाली है। बिशन सिंह बेदी ने कहा कि अगर भारतीय टीम के स्विंग गेंदबाज पूरी सीरीज़ के दौरान फिट रह गए तब वो दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को परेशान करने में सफल हो पाएंगे।
पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि साउथ अफ्रीका की पिच पर गेंदबाजी करते हुए फिट रहना ही पहली और सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि भारतीय गेंदबाजों के लिए उप-महाद्वीप की तेज-तर्रार पिचों पर काफी मेहनत करनी होगी।
भारतीय गेंदबाजों को करनी पड़ेगी काफी मेहनत
बिशन सिंह बेदी ने कहा कि भारतीय टीम में उमेश यादव, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार और बुमराह जैसे काफी प्रभावशाली गेंदबाज हैं इसके अलावा इस टीम अश्विन और जडेजा जैसे दो विश्वस्तीर स्पिनर गेंदबाज भी हैं। इन सबके बावजूद ये देखना दिलचप्स होगा कि भारत की ये पेस बैट्री साउथ अफ्रीका की कंडीशन में अपने-आप को कैसे धालती है।
बेदी ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारतीय गेंदबाज अफ्रीकी गेंदबाजों को अपने प्रदर्शन से कड़ी प्रतियोगिता दें पाएंगे। लेकिन भारत के गेंदबाज काफी प्रबल हैं और अगर वो फिट रहे, तो मेजबान टीम के लिए परेशानी का सबक वन सकते हैं।
5 गेंदबाजों के साथ उतरना है बेहतर
इसके बाद पूर्व भारतीय स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने कहा कि टेस्ट मैच में एक सही टीम लेकर मैदान पर उतरना भी काफी अहम होता है। उन्होंने कहा कि साउथ अफ्रीका में मैच जीतने के लिए एक बेहद संतुलित टीम का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि मेरे हिसाब से अगर भारत एकअतिरिक्त विशेषज्ञ बल्लेबाज लेकर उतरता है तो दवाब में पड़ सकता है। आजकल की परिस्थितियों को देखते हुए 5 गेंदबाजों 5 बल्लेबाज और एक ऑलराउंडर के साथ उतरना एक संतुलित टीम की निशानी होगी।
उन्होंने कहा कि ये लाइन-अप किसी भी टीम के लिए सबसे बेहतर साबित हो सकता है और इसके अलावा सब कुछ खिलाड़ियों की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। बेदी ने कहा कि अगर भारतीय टीम 4 गेंदबाज लेकर उतरेगी तो उनके लिए काम काफी बढ़ जाएगा, जिससे उनकी फिटनेश पर भी असर पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि अगर आपके ऊपर के 6 बल्लेबाज रन नहीं बना पाए तो आप सांतवे बल्लेबाज से भी कुछ उम्मीद नहीं कर सकते। किसी भी टीम के लिए 6 बल्लेबाज जिसमें कम से कम एक ऑलराउंडर हो काफी हैं। 6 बल्लेबाज ही किसी भी विपक्षी टीम को परेशान करने में सक्षम होते हैं और फिर आपको गेंदबाजी में एक अतिरिक्त विकल्प मिल जाता है जो टीम के फायदेमंद और विरोधियों के लिए नुकसानदायक होता है।