घरेलु क्रिकेट के ऐसे 5 स्टार जो आईपीएल 2016 नहीं खेलेगे
आईपीएल भारतीय क्रिकेट के लिए एक बहुत बड़ा मंच है, 2008 में शुरू हुई टी-ट्वेंटी लीग आईपीएल आज विश्व क्रिकेट की सबसे बड़ी लीग है.
आईपीएल एक आदर्श लीग है जो युवा पीढियों की प्रतिभा को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है. आईपीएल मे अच्छा प्रदर्शन के दम पर कई खिलाडियों का भारतीय टीम में चयन हुआ है.
आईपीएल 2016 की नीलामी में मुरगन आश्विन और पवन नेगी जैसे युवी खिलाडियों पर मोटी रकम मिलने से सब हैरान है, वही दूसरी ओर कुछ ऐसे खिलाडी है जो घरेलु क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद आईपीएल 2016 में जगह बनाने में असफल रहे.|
5 ऐसे घरेलु स्टार है जो आईपीएल 2016 में जगह बनाने मे नाकाम रहे:
#5 मुनाफ पटेल
गुजरात के दाये हाथ के तेज गेंदबाज़ मुनाफ पटेल 2011 विश्वकप जीतने वाली टीम के अहम सदस्य रहे है.
2006 मे अपने अंतरराष्टीय करियर की शुरुवात करने वाले मुनाफ ने भारत के लिए 13 टेस्ट, 70 एकदिवसीय और 3 टी-ट्वेंटी खेले है. अंतरराष्टीय क्रिकेट से अलग मुनाफ ने घरेलु क्रिकेट में भी लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है.
आईपीएल 2008 में राजस्थान रॉयल की ओर से अपने आईपीएल करियर की शुरुआत करने मुनाफ ने 2008 आईपीएल सत्र के 15 मैचों में 14 विकेट झटके.
2011 तक राजस्थान रॉयल के सदस्य रहे मुनाफ ने 2012 मुंबई इंडियन टीम से खेलना शुरू किया और 61 आईपीएल मैचों में 22.47 की औसत से 73 विकेट हासिल किये. 32 वर्ष के मुनाफ ने घरेलु स्तर पर वर्तमान में अच्छा प्रदर्शन किया मगर आईपीएल मालिको को प्रवाभित ना कर सके .
#4 सुब्रमण्यम बद्रीनाथ
तमिलनाडु के बाये हाथ के बल्लेबाज़ बद्रीनाथ घरेलु क्रिकेट के सबसे सफल बल्लेबाजो मे शामिल है, बद्रीनाथ के घरेलु आंकडो पर नज़र डाले तो यह ज्ञात होगा, कि बद्रीनाथ को उनकी प्रतिभा के अनुसार अंतरराष्टीय क्रिकेट में मौके नहीं दिए गए.
बद्रीनाथ ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 136 मैचों मे 56.19 की औसत से 9778 रन बनाए जिसमे 31 शतक शामिल है. बद्रीनाथ ने भारत के ओर से 2 टेस्ट, 7 एकदिवसीय और 1 टी-ट्वेंटी मैच भी खेला है.
बद्रीनाथ ने अपने आईपीएल करियर के शुरुआत 2008 में चेन्नई की और से खेलते हुए की, बद्रीनाथ 2008-2014 तक चेन्नई सुपरकिंग के सदस्य रहे, बद्रीनाथ वर्ष 2015 में रॉयल चैलेंजरर्स बैंगलोर के सदस्य भी रह चुके है.
बद्रीनाथ ने 137 घरेलु टी-ट्वेंटी मैचों में 28.05 की औसत से 2132 रन बनाये इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 111.5 का रहा.
35 वर्षीय बद्रीनाथ अब युवा नहीं है मगर टी-ट्वेंटी क्रिकेट खेलने के लिए फिट है. बद्रीनाथ वर्तमान में किसी भी आईपीएल टीम के सदस्य नहीं है.
#3 मनोज तिवारी
पिछले वर्ष अपने अंतिम एकदिवसीय मैच में शानदार शतक बनाने वाले मनोज तिवारी बंगाल के एक होनहार मध्यक्रम के बल्लेबाज़ है.
मनोज तिवारी ने आईपीएल के 78 मैचों में 28.78 की औसत से 1324 रन बनाये , तिवारी ने आईपीएल में अपना सर्वोच्च प्रदर्शन 2011 में किया, कोलकता की ओर से खेलते हुए मनोज ने 13 मैचों में 51.28 की औसत से 259 रन बनाये जबकि उनका स्ट्राइक रेट 110.46 का रहा.
#2 प्रज्ञान ओझा
बाये हाथ से स्पिन गेंदबाज़ प्रज्ञान ओझा आईपीएल इतिहास के नौवे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ है. पूर्व भारतीय खिलाड़ी ओझा 2009 की आईपीएल विजेता टीम डेक्कन चार्जर के सबसे महत्वपूर्ण खिलाडी रहे थे.
ओझा आईपीएल 2010 के पर्पल कैप (सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले) खिलाड़ी रहे है, 2012 में मुंबई इंडियन में आने से पहले ओझा ने आईपीएल के 4 सत्र हैदराबाद की ओर से खेले थे.
आईपीएल के 92 मैचो में ओझा ने 26.20 की औसत से 89 विकेट हासिल किये जिस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 21.33 का रहा. आईपीएल के प्रमुख गेंदबाज़ के रूप में नाम कमाने वाले ओझा ने भारत की ओर से खेलते हुए टेस्ट क्रिकेट में 113 विकेट हासिल किये है.
#1 चेतेश्वर पुजारा
भारतीय टेस्ट टीम के स्थायी सदस्य पुजारा ने विश्व में अपनी क़ाबलियत को साबित किया है. टेस्ट के सबसे महान क्रिकेटर राहुल द्रविड़ के संन्यास के बाद पुजारा ने भारतीय टीम में नंबर 3 के रूप में अपने आप को साबित किया है.
पुजारा ने 32 टेस्ट मैचों में 47.25 की औसत से 2420 रन बनाये है, टेस्ट में दमदार प्रदर्शन करने वाली पुजारा अभी भी सिमित ओवेरो के क्रिकेट में अपना स्थान नहीं बना पाए है .
2010 में आईपीएल करियर की शुरुआत करने वाले पुजारा ने 30 मैचो में 20.52 की औसत से 390 रन बनाये है, इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 99.74 का रहा है.
प्रथम श्रेणी के सबसे सफल और प्रतिभाशाली पुजारा धीमी गति से बल्लेबाज़ी करने की शेली से कारण आईपीएल मे आईपीएल मालिको को आकर्षित करने में नाकाम रहे.