3- सचिन तेंदुलकर
उनकी पहचान सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में नहीं है वह वर्तमान क्रिकेट के एक चलते फिरते इंस्टीट्यूशन हैं। उन्हें मैदान पर कोमल शिष्टाचार, विनम्रता और बेहद ही शालीनता के लिए पहचाना जाता है। महान के साथ नर्सरी स्कूल साथ जाने वाले अतुल रानाडे ने कहा कि उनके दोस्त की पहचान एक शब्द में हो सकती है, बड़े समय का धमाका। उनका कहना है कि जब वो पांच-छह साल के साल के थे वह उनके साथ रहे लेकिन कभी उन्होंने सचिन के व्यवहार में बदलाव नहीं आया। वह मैदान पर कैसा भी प्रदर्शन करें लेकिन इससे उनके व्यवहार में कोई अंतर नहीं आया।