भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी खासतौर पर क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर अपनी अच्छी छवि के लिए विश्व विख्यात हैं. लेकिन कई मौको पर देखा गया है जब खेल में परिस्तिथि ऐसे उत्पन्न होती जाती है, कि जिस दौरान खिलाड़ी कुछ ऐसा कदम उठाने पर मजबूर हो जाते है जिससे की एक बड़ा विवाद उत्पन्न हो जाता हैं.
भारतीय टीम के साथ भी एक बार कुछ ऐसा हुआ, जब एक खिलाड़ी ने विवाद की शुरुआत किया और जिसके लपेटे में 6 अन्य खिलाड़ी भी आ गए. यह वाक्य वर्ष 2001 का है जब भारतीय खिलाड़ी और आईसीसी मैच रैफरी माइक डेनिस के बीच एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया. दरअसल बात दक्षिण-अफ्रीका के पोर्ट एलिजाबेथ में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान की हैं, मैच के तीसरे दिन कप्तान सौरव गांगुली ने गेंद महान बल्लेबाज़ सचिन को थमाई.
सचिन ने गेंदबाज़ी की कामन संभाली, सचिन बाकि भारतीय गेंदबाजो से ज्यादा प्रभावशाली नज़र आ रहे थे, सचिन द्वारा डाली गयी गेंद मैदान पर काफी घूम रही थी, जिससे मैच रैफरी माइक डेनिस काफी हैरान थे.
मैच रैफरी माइक डेनिस ने टीवी कैमरे मेन को पुरानी विडियो दिखाने को कहा, विडियो में सचिन गेंद को साफ़ करते देखे गए. तभी मैच में अजीब मोड़ उस समय आया जब मैच रैफरी ने सचिन को गेंद साफ़ करता देखा और उनपर बॉल टेंपरिंग का आरोप लगा दिया. जिसके बाद सचिन तेंदुलकर को 1 मैच का प्रतिबन्ध झेलना पड़ा.
मैच रैफरी माइक डेनिस ने सचिन तेंदुलकर सहित 6 भारतीय खिलाड़ियो पर आरोप लगाये. सचिन के आलावा सहवाग, हरभजन, शिव सुंदर दास, दीप दास गुप्ता और सौरव गांगुली पर रैफरी ने आरोप लगाये.
मैच रैफरी ने भारतीय खिलाड़ियों पर निम्न लिखित आरोप लगाये:-
सचिन तेंदुलकर:– बॉल टेंपरिंग का आरोप, एक मैच का प्रतिबंध
वीरेंद्र सहवाग:- मैच में ज्यादा अपील करने का आरोप, एक मैच का प्रतिबंध
सौरव गांगुली:- कप्तान होने के नाते अपनी टीम को सही से नहीं संभाल पाने का आरोप, सौरव पर सबसे ज्यादा गाज गिरी. सौरव पर एक टेस्ट व दो एकदिवसीय मैच का प्रतिबंध
हरभजन सिंह:- मैच में ज्यादा अपील करने का आरोप, एक मैच का प्रतिबंध
शिव सुंदर दास:- मैच में ज्यादा अपील करने का आरोप, एक मैच का प्रतिबंध
दीप दास गुप्ता:- मैच में ज्यादा अपील करने का आरोप, एक मैच का प्रतिबंध
मैच रैफरी माइक डेनिस के द्वारा भारतीय खिलाड़ियों पर इस तरह आरोप लगाने के बाद उनका जमकर विरोध हुआ. माइक डेनिस अपने द्वारा लगाये गए आरोप साबित करने में नाकाम रहे जिसके बाद भारतीय टीम को बीसीसीआई का सहयोग मिला और लम्बे विचार विमर्श के बाद आईसीसी ने सभी भारतीयों खिलाड़ियों पर से प्रतिबंध हटा दिया. प्रतिबन्ध हटाने के साथ-साथ अगले मैच में माइक डेनिस को मैच रैफरी की सर्विस से हटा दिया गया.