साउथ अफ्रीका के तेज़ गेंदबाज़ काइल एबोट ने बताया, कि वह 2015 के वर्ल्ड कप के बाद ही साउथ अफ्रीका का साथ छोड़ देना चाहते थे, जब उन्हें वर्ल्ड कप के दौरान ऑकलैंड में न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ़ हुए सेमीफाइनल मैच से पहले बाहर कर दिया गया था. शिवनारायन चंद्रपॉल और डेन विलास कोल्पेक डील के तहत लेंकशायर में हुए शामिल
क्रिकेट साउथ अफ्रीका के लिए उस समय यह बात बहुत चर्चे में रही थी, जब न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ़ सेमीफाइनल मैच के शुरू होने से कुछ समय पहले काइल एबोट को टीम से बाहर कर दिया गया था और उनकी जगह वर्नन फिलेंडर को टीम में जगह दे दी गयी थी. हालाँकि, सेमीफाइनल मैच से पहले हुए वर्ल्ड कप के हर मैच में काइल एबोट साउथ अफ्रीका टीम के लिए खेले थे और उन मैचों में काइल एबोट की गेंदबाज़ी साउथ अफ्रीका के हर गेंदबाज़ से अच्छी थी.
काइल एबोट ने सेमीफाइनल मैच से पहले वर्ल्ड कप में 4 मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 14.4 के औसत से 9 विकेट लिए थे.
अभी कुछ समय पहले साउथ अफ्रीका टीम से बाहर चल रहे काइल एबोट ने इंग्लैंड में हो रहे काउंटी क्रिकेट के लिए कोल्पेक डील साइन कर ली है, जिसकी वजह से वह अब 4 साल तक काउंटी क्रिकेट के अलावा कहीं भी क्रिकेट नहीं खेल सकते.
इस डील को साइन करने के बहुत दिन बाद काइल एबोट ने बयान दिया है और कहा है, “कोल्पेक डील साइन करने के बाद मुझे पता है, कि अब मैं कभी साउथ अफ्रीका के लिए क्रिकेट नहीं खेल पाउँगा, फिर भी मुझे अपने इस फैसले पर कोई पछतावा नहीं हो रहा है.” आईपीएल से पहले ही रॉयल चैलेंजर बैंगलौर को लगा बड़ा झटका, एक और खिलाड़ी छोड़ सकता है टीम का साथ
काइल एबोट ने आगे बताया, “मैंने साउथ अफ्रीका के लिए 4 साल तक क्रिकेट खेला है, लेकिन फिर भी मुझे ज्यादातर टीम से बाहर रखा गया है. मैंने 2013 में अपना डेब्यू किया था, लेकिन अभी तक मैंने साउथ अफ्रीका के लिए 50 मैच भी नहीं खेले है. मुझे कम खेलने को मिला इससे मुझे कभी दुःख नहीं हुआ, लेकिन जो मेरे साथ 2015 के वर्ल्ड कप के दौरान हुआ, वह बहुत ज्यादा निराशाजनक था. अच्छे प्रदर्शन के बाद भी क्रिकेट साउथ अफ्रीका की राजनीती ने मुझे सेमीफाइनल मैच से बाहर कर दिया, जो मेरे करियर का सबसे बड़ा मैच होने वाला था.”