छह मैचों की सीरीज में भारत ने चार मैचों में जीत दर्जकर सीरीज में अपना कब्जा कर लिया है। तीन मैच लगातार जीतने के बाद भारत को चौथे मैच में पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि पांचवें में भारत ने यह कमी पूरी कर दी है। इसी के साथ अफ्रीका की धरती में भारत ने अपनी पहली सीरीज जीत ली है। सीरीज में मिली हार पर पहली बार बोलते हुए अफ्रीकी कोट ओटिस गिब्सन ने हार का ठिकरा अपने बल्लेबाजों पर फोड़ा हैं।
हमारे पास पोर्ट एलिजाबेथ में अच्छा मौका था
दक्षिण अफ्रीका कोच ओटिस गिब्सन का मानना था कि उनके के पास सीरीज में बराबरी करने का पोर्ट एलिजाबेथ में शानदार मौका था। लेकन भारत ने 71 रन से जीत दर्जकर कोच के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। उन्होंने कहा,” हमने सोचा कि हम अभी आधे रास्ते पर हैं और सीरीज को बचाए रखने के लिए अच्छा मौका हैं। गेंदबाजों ने अच्छा किया और भारतीय टीम को 270 रन पर रोक पाएं। हमें बल्ले को नीचे चलाना चाहिए था। इसके आलावा मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं है। पांच मैचों में हमने वांडर्स में अच्छा खेला और यह दिखाया कि हम अच्छा खेल सकते हैं लेकिन कल की रात निराशाजनक रही।”
बल्लेबाजों ने किया निराश
हम ऐसे खिलाड़ियों का समूह बनाना चाहते हैं जो कुछ परिस्थितियों के अनुकूल बेहतरीन प्रदर्नन कर सके । परिस्थितियों के आधार पर खेल सके। हमारे पास ऐसे बल्लेबाज हैं जो मैच को जीतने में सक्षम हैं। लेकिन वो अपेक्षाओं में सही से नहीं उतर पाएं और इस श्रंखला में उन्होंने निराश किया है। खासकर कल का मुकाबला जब सीरीज में खेलने के लिए हमारे पास बहुत कुछ था।
पवारप्ले में बुमराह ने पहुंचाई चोट
हमने पचास रन के करीब अपना पहला विकेट पवार प्ले में खो दिया। यह विकेट भारतीय टीम के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने लिया। उसके बाद जब हमने टीम को नए सिरे से शुरू करने की कोशिश की तब हमें कोई न कोई विकेट खोना पड़ा। जीत के लिए हमें पूरे ओवरों में खेलने के लिए चार गेंदबाजों के साथ छह या सात अच्छे बल्लेबाजों की हमें जरूरत थी। लेकिन ऐसा हम नहीं कर पाए। हालांकि गेंदबाजों ने भी अपनी लेंथ में नियंत्रण बना पाने में असफल रहे।
भारतीय शीर्षक्रम काफी अनुभवी
भारतीय शीर्ष क्रम काफी अनुभवी है और उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया । हम गेंद की लेंथ को सही तरह से रोक नहीं पाए । इस वजह से वो स्कोर करने में सफल रहे। हमने गेंदबाजों से कहा कि स्कोर में नियंत्रण रखने के लिए आपको लेंथ कम करनी पड़ेगी। भारतीय शीर्ष बल्लेबाज पर नजर डाले तो उनमें से किसी न किसी ने हर मैच में शतक जमाया है। और हम ऐसा करने में सिर्फ एक बार सफल हुए।
“42 ओवरों में आउट होकर हम आज रात काफी आसानी से झुक गए, बल्लेबाजी के दृष्टिकोण से बहुत निराशा हाथ लगी । गेंदबाजी भी कुछ नरम थी , जो पूरी श्रृंखला पर थोड़ी चली,लेकिन बल्ले के साथ लड़ाई ज्यादा थी “