क्रिकेट में टॉप सात बल्लेबाजों के लिए नॉट आउट रहना बडी बात होती है. और खासकर टेस्ट क्रिकेट में नॉट आउट रहना. लेकिन अगर कोई ओपनर पूरी टीम आउट होने पर नॉट आउट रहता है, तो उसे महान बल्लेबाज बताया जाता है. टेस्ट क्रिकेट इतिहास में ऐसा सिर्फ 49 बार हुआ है, जब कोई ओपनिंग करने वाला बल्लेबाज आखिर तक नॉट आउट रहा है. ऐसा रिकॉर्ड भारत के सिर्फ चार बल्लेबाजों ने अपने नाम किया है. जिनमे लिटिल मास्टर सुनिल गावस्कर, बिस्फोटक विरेंद्र सहवाग, दिवार राहुल द्रविड, और भारत के दुसरे दिवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने आज ये कारनामा किया है. अब हम देखते है कब और किसके खिलाफ किया था इन खिलाडियों ने ये रिकॉर्ड:
सुनिल गावस्कर 127 नाबाद, टीम का स्कोर 286, भारत बनाम पाकिस्तान, फैसलाबाद 1983
सुनिल गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में विश्व के सबसे बडे सलामी बल्लेबाज रहे है. उन्होंने अपने समय में बिना हैल्मेट के तेज गेंदबाजों का सामना किया था, जिसकी जितनी तारीफ करे उतनी कम है. उस दौर में पाकिस्तान के खिलाफ पाकिस्तान में खेलना काफी मुश्किल रहता था, लेकिन गावस्कर ही थे, जो बिना डरे शानदार खेलते थे. इस मैच में पहली पारी में गावस्कर कुछ खास नहीं कर पाए, और सिर्फ 12 रन ही बना सके. तो पाकिस्तान ने पहली पारी में बडा स्कोर खडा किया, और भारत पर दबाव बढाया. दूसरी पारी में अकेले गावस्कर थे, जिन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन दुसरे सभी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए. गावस्कर आखिर तक नाबाद रहे लेकिन टीम की हार को बचा नहीं पाए.
वीरेंद्र सहवाग 201 नाबाद, टीम का स्कोर 329, भारत बनाम श्रीलंका, गॉल 2008
सहवाग ऐसे बल्लेबाज थे, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट की तस्वीर बदल कर रख दी. वे काफी आक्रमक बल्लेबाज है. 2008 के श्रीलंका दौरे पर अजंता मेंडिस ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करके रखा था, लेकिन सिर्फ सहवाग ही थे, जिन्होंने मेंडिस का तोड निकाला था. इस मैच में सहवाग ने पहली पारी में 201 रन नाबाद बनाए, लेकिन भारतीय टीम सिर्फ 329 रन ही बना पायी थी. इससे आप अंदाजा लगा सकते है कि, सहवाग का कैसा प्रभाव रहता था. इस पारी के ही बदौलत भारत ने ये टेस्ट मैच जीत लिया था.
राहुल द्रविड 146 नाबाद, टीम का स्कोर 300, भारत बनाम इंग्लैंड, द ओवल 2011
राहुल द्रविड को भारतीय टीम की दिवार कहा जाता था, और उनको आउट करना काफी मुश्किल रहता था. कई बार उन्होंने भारत को अकेले दम पर टेस्ट मैच में जीत दिलाई है. इस इंग्लैंड दौरे पर भारत को बुरी तरह हार झेलनी पडी थी, लेकिन सिर्फ द्रविड थे, जिन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था. इस मैच में द्रविड ने पहली पारी में 146 नाबाद पारी खेली थी, और भारतीय टीम सिर्फ 300 रन ही बना पायी थी. ये टेस्ट भारत हार गया था, और सीरीज भी हारा था.
चेतेश्वर पुजारा 145 नाबाद, टीम का स्कोर 312, भारत बनाम श्रीलंका, कोलंबों 2008
पुजारा को भारतीय टीम का नया द्रविड कहा जाता था, लेकिन कुछ खराब मैचों के बाद उनको टीम से बाहर किया गया था. लेकिन श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने बतौर ओपनर टीम में वापसी की, और शानदार 145 नाबाद रन बनाए. पुजारा आखिर तक नॉट आउट रहे, और चौथे भारतीय खिलाडी बने, जिन्होंने ये रिकॉर्ड बनाया.