खेल डेस्क, टीम इंडिया के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कई मैचों में अपने फैसलों की वजह से टीम को जीत दिलाई है। धोनी ने कई ऐसे खिलाडि़यों को खिलाया है जिन्होंने मैच में शानदार प्रदर्शन करके सभी को अचंभित कर दिया था। इसी तरह का उदाहरण जोगिंदर शर्मा हैं, जिनको 2007 टी-20 विश्व कप में अंतिम ओवर में गेंदबाजी सौंपी थी। उस समय धोनी की ओर से लिए जाने वाले लगभग सभी फैसले सही ही साबित होते थे, लेकिन अब समय बदल चुका है। धोनी के कई फैसले गलत साबित हो रहे हैं। इन्हीं फैसलों में से एक है ऑल राउंडर्स का चयन।
आइए जानते हैं ऐसे ही ऑल राउंडर्स को जो बहुत खराब प्रदर्शन कर रहे हैं।
ऋषि धवन
हिमाचल प्रदेश के मंडी से संबंध रखने वाले ऋषि धवन ने अभी कुछ मैचों पहले ही वनडे में पदार्पण किया है। धोनी ने ऋषि धवन को बतौर ऑल राउंडर टीम में शामिल किया था। लेकिन ऋषि धवन ने धोनी की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए कुछ ज्यादा अच्छा नहीं कर पाए।
इरफान पठान
यूं तो इरफान पठान जब टीम में शामिल हुए थे, तब वे एक गेंदबाज के रुप में थे लेकिन समय बीतते बीतते वे बल्लेबाजी भी करने लगे। पठान ने कई मैचों में अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन उनकी गेंदबाजी की धार कम होती गई। धोनी ने पठान को कई मैचों में मौका दिया, लेकिन पठान ज्यादा ऑल राउंडर की तरह सफल नहीं हो सके।
रवींद्र जडेजा
टीम इंडिया के रवींद्र जडेजा यूं तो ऑल राउंडर ही हैं, लेकिन बल्लेबाजी में वे ज्यादा अच्छा नहीं कर पाते हैं। जडेजा को टीम में कई महीनों तक रखने का श्रेय धोनी को ही जाता है। हालांकि जडेजा ने गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन बल्लेबाजी में जब जरूरत टीम को रही तब वे असफल ही रहे। इसका एक उदाहरण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे वनडे में दिखी। जब टीम को जडेजा से उम्मीद थी कि वे रन बनाएंगे तब जडेजा दूसरे छोर पर ही खडे रहे।
विजय शंकर
विजय शंकर को धोनी ने चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए चुना था। विजय के बारे में धोनी को पूरी उम्मीद थी कि वे अच्छे ऑल राउंडर साबित होंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। विजय शंकर को आईपीएल के एक मैच में खिलाया गया। इस मैच में विजय शंकर के नाम एक भी रन दर्ज नहीं है। इसके साथ ही विजय ने इस मैच में एक ओवर भी कराया था लेकिन इस मैच में उन्होंने 19 रन दिए थे। विजय ने ऑल रांउडर के चयन के मसले पर धोनी को एक बार फिर गलत साबित कर दिया था।