एंड्रू फ़्लिंटॉफ़ ने किया बड़ा खुलासा, कैसे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को बच्चा कहकर बने थे मैन ऑफ द सीरीज 1

इंग्लैंड के सबसे बेहतरीन आलराउंडर में से एक एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने 2005 की एशेज सीरीज को लेकर कुछ दिलचस्प खुलासे किये हैं. फ्लिंटॉफ ने उस सीरीज में इंग्लैंड की जीत के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. उन्होंने सीरीज में 402 रन बनाए थे और उन्होंने 24 विकेट हासिल किये थे. जिसकी वजह से रिकी पोंटिंग की टीम को हार का सामान करना पड़ा था.  सचिन तेंदुलकर के बाद अब इस खिलाड़ी के सामने बीच मैदान में झुके भारत के स्टार ऑल राउंडर युवराज सिंह और जीत लिया सभी का दिल

और जब फ्लिंटॉफ ने सब ऑस्ट्रलियन को कहा गुड मॉर्निंग

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एशेज सीरीज के दौरान अपने माइंडस गेम्स को लेकर बोलते हुए एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने कहा, कि “ओवेल में मैच शुरू होने से पहले हम लोग ने पार्टी की थी. इसके बाद जब हम सुबह मैदान पर वापस आ रहे थे, तब बाहर ही खड़ा रहा था मैं, क्योंकि मै ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी को देखना चाहता था. जैसे वो बस से उतरे मैंने सबको गुड मोर्निंग बोला और मैंने सबसे बोला और सब बच्चे कैसे हैं. इसके बाद मैं अपने ड्रेसिंग रूम में चला  गया.”

उसके बाद मैं सीधे गेंदबाज़ करने के लिए मैदान पर आ गया और मैंने इसके बाद शानदार तरीके से गेंदबाज़ी की थी. विश्व क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ ब्रायन लारा के जन्मदिन पर वीरेंद्र सहवाग ने उन्हें कुछ इस अंदाज़ में दी बधाई, कि नहीं रुकेगी आपकी हंसी

उस सीरीज के हीरो बन गए समाने आए थे फ्लिंटॉफ

फ्लिंटॉफ ने एशेज सीरीज में बहुत शानदार तरीके से गेंदबाज़ी की थी , और पूरी सीरीज में उन्होंने 24 विकेट हासिल किये थे. इसके अलावा फ्लिंटॉफ ने बल्ले से धमाका करते हुए सीरीज में 402 रन बनाए थे और उनके इस प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ़ द सीरीज का अवार्ड भी मिला था.  इस समय  इंग्लैंड के कप्तान माइकल वॉन थे.

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