इंटरव्यू के दौरान नेहरा ने खोले सहवाग के कई अनजाने राज़... 1

तेज गेंदबाज़ आशीष नेहरा मौजूदा समय में भारत के सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज़ो में से एक हैं. हाल में क्रिकेट वेबसाइट को दिए एक ख़ास इंटरव्यू में नेहरा अपने क्रिकेट करियर और पूर्व क्रिकेटरों के बारे में कई रोचक ख़ुलासे किए. इस इंटरव्यू में नेहरा अपने क्रिकेट करियर के पुराने दिनों को भी याद किया. महेंद्र सिंह धोनी हमेशा मेरे कप्तान रहेंगे : आशीष नेहरा

नेहरा ने उन दिनों को याद दिया जब वह सहवाग के साथ दिल्ली के फ़िरोज़ शाह कोटला मैदान में अभ्यास के लिए जाते थे.

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नेहरा ने बताया, “मेरी और सहवाग की दोस्ती बहुत पुरानी हैं. हम दोनों ने वर्ष 1997-98 में साथ खेलने शुरू किया था.”

“हम दोनों फ़िरोज़ शाह कोटला मैदान पर अभ्यास करते थे, उस दौरान सहवाग नजफगढ़ से अभ्यास करने आते थे.”

नेहरा ने आगे बताया, “मैं सुबह जल्दी उठने वाले लोगों में से नहीं हूँ. सहवाग पहले मेरे घर आते थे और मुझे उठाते थे. उठने के बाद मुझे तैयार होने में कुछ समय लगता था.” भारतीय टीम में वापसी करने वाले युवराज और नेहरा का सोशल मिडिया पर बना मजाक

“इस दौरान सहवाग मेरे पिताजी के साथ बैठकर बातचीत करते थे. यह उस समय की बात है, जब हमारी उम्र 17-18 वर्ष थी.”

नेहरा ने इंटरव्यू के दौरान सहवाग के दूध वाले किस्से को याद किया.

नेहरा ने बताया, “मुझे दूध पीना पसंद नहीं था, जबकि सहवाग दूध के शौक़ीन थे. सहवाग मेरा इंतज़ार करते करते मेरे लिए रखा हुआ दूध पी जाते थे.” वीरेंद्र सहवाग ने ट्विटर पर उड़ाया आशीष नेहरा का मजाक

“सहवाग नजफगढ़ से आधा किलों दूध पीकर निकलते थे और आधा किलो दूध मेरे आकार पीते थे. इसका मतलब यह हुआ, कि मैदान पर पहुंचने तक वह एक किलों दूध पी जाते थे. मैं मैदान पर पहुंचकर फ्राइड नाश्ता करता था.”

नेहरा और सहवाग को दूध को लेकर एक डील हुई थी, इस डील को याद करते हुए नेहरा ने बताया,

नेहरा और सहवाग के बीच दूध को लेकर एक ख़ास बातचीत हुई थी. जिस पर नेहरा ने कहा, “मैंने वीरू से दूध पीने को लेकर एक डील भी की थी.” टीम में जगह मिलने के बाद भी इस वजह से नहीं मिलेगी आशीष नेहरा को भारतीय टीम में जगह

नेहरा ने बताया, “मैंने सहवाग को कहा था, कि तुम मेरे लिए रखा दूध पी लो, इससे मुझे कोई परेशानी नहीं, लेकिन मेरे घर से कोटला तक स्कूटर तुम्हे चलाना होगा.”

नेहरा ने यह भी बताया, कि दोनों के बीच हुई डील के पीछे का कारण क्या था.

डील को लेकर नेहरा ने बताया, “उस दौरान मेरा किट बैग छोटा था, जबकि बल्लेबाज़ होने की वजह से सहवाग का किट बैग बड़ा था.”

“घर से स्टेडियम पहुंचने के दौरान वीरू स्कूटर चलाते और मैं पीछे रखे किट बैग पर सर रखकर अपनी नींद पूरी करता था, लेकिन वापसी आते वक़्त स्कूटर मुझे चलाना पड़ता था.” वीरू की नयी पारी के समर्थन में उतरे भारतीय टीम के दिग्गज

सहवाग और नेहरा बेहद अच्छे मित्र है और सहवाग भी अकसर सोशल मीडिया पर नेहरा को मजाकिया तौर पर ‘नेहरा जी’ कहकर बुलाते हैं. नेहरा सोशल वेबसाइटों पर सक्रिय नहीं हैं.

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सोशल मीडिया सहवाग के मजाक को लेकर नेहरा ने कहा, “मुझे नहीं पता, कि सहवाग मेरे लिए क्या पोस्ट करते थे, लेकिन जब मैं लोगो से सुनता हूँ, तो मुझे इससे काफ़ी मज़ा आता हैं.”

“मैं जानता हूँ, कि सहवाग की ट्वीटर पोस्ट और हिंदी कमेंट्री बहुत लोकप्रिय हैं. ट्वीटर की दूर की बात है, मैं ईमेल भी नहीं भेजता हूँ.”

नेहरा ने बताया, कि उन्हें किस बात पर सबसे जाता गुस्सा आता हैं. वीरेंद्र सहवाग ने कॉग्रेस कार्यकर्ता को दिया ऐसा जवाब जिसे सुनकर उनकी बोलती बंद

नेहरा ने बताया, “जब मेरी गेंद पर कैच छूट जाता है, वो ही बल्लेबाज़ आपकी गेंद पर चौका या छक्का लगा दे, तो मुझे बहुत गुस्सा आता हैं.”

“इसके आलावा मुझे तब भी बुरा लगता है ,जब मुझसे कैच छूटे या मिस फील्डिंग होती हैं.”

Gautam

I am Gautam Kumar a Cricket Adict, Always Willing to Write Cricket Article. Virat and Rohit are My Favourite Indian Player.