भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन टेस्ट क्रिकेट के हर मैच के साथ एक नया कीर्तिमान अपने नाम करते जा रहे है और अश्विन इन दिनों जिस रफ्तार से टेस्ट क्रिकेट में विकेट झटक रहे है। उससे तो ऐसा लग रहा है, जैसे वो कई और रिकॉर्ड तोड़ देंगे। भारत की हालिया सफलता में आर अश्विन के योगदान को तो बिल्कुल भी नहीं भुलाया जा सकता।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले दो टेस्ट मैचों में अब तक 15 विकेट अपने नाम कर चुके है। न्यूजीलैंड के पूर्व स्पिन गेंदबाज और आयरलैंड के कोच जॉन ब्रेसवेल का मानना है, कि आर अश्विन विश्व क्रिकेट में ऐसे गेंदबाज है, जो डीसीजन रिव्यू सिस्टम के सबसे प्रभावशाली गेंदबाज है और वो डीआरएस में अधिक से अधिक कामयाब हो सकते है।डेविड वार्नर ने लगाया भारत पर गंभीर आरोप, साथ ही अश्विन को दी राँची टेस्ट में तैयार रहने की चेतावनी
आयरलैंड के कोच जॉन बैसवेल ने कहा, कि “जब आप नाथन लायन से अश्विन की तुलना करते हो तो ऐसे में अश्विन एक विपरित गेंदबाज है। वैसे तो दोनों ही गेंदबाजों की शैली स्पिन गेंदबाजी है। लेकिन अश्विन लायन से थोड़ा अलग गेंदबाज है और वह गेंद को स्किड करते है और साथ ही बड़ी चतुराई से गेंद को ड्रॉप करते है। जिससे कि इनकी गेंद तेजी के साथ बल्लेबाज़ की ओर जाती है और बल्बेबाज के पैड को फॉलो करते हुए पैड पर जा लगती है। ऐसे में वो डीआरएस में सबसे अच्छा गेंदबाज माना जाएगा।बीसीसीआई अवार्ड्स 2017 में रहा अश्विन और कोहली का जलवा, देखे पूरी लिस्ट किसके नाम रहा कौन सा अवार्ड
ब्रैसवेल ने आगे कहा, कि मैंने उन्हें पहली बार 2013 की सीरीज में अनुभव किया था। इसके बाद उनकी गेंद में और ज्यादा सुधार है और वो आत्मविश्वासपूर्ण गेंदबाज बन गया है। उप-महाद्वीप में लगातार क्रिकेट खेलने के कारण उन्होनें इन कंडिशंस का अच्छा अनुभव हासिल कर लिया है। इससे उनकी गेंदबाजी में विविधता बढ़ाने में मदद मिली है।
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ से पहले पिछले साल आईसीसी के भारत के मैचों में आईसीसी की नई जोड़ी को अनुमति देने से पहले बीसीसीआई ने डीआरएस सिस्टम का विरोध किया था। तब से, भारत ने 8 टेस्ट खेले थे जिसमें डीआरएस लागू किया गया था।मैं अश्विन को भज्जी से ज्यादा पसंद करता हूँ: शिवलाल यादव