मुख्य कोच के बाद टीम मैनेजर की खोज शुरू, अश्विन की समर्थन की वजह से यह दिग्गज है प्रबल दावेदार 1

इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच अनिल कुंबले के समय से पहले अचानक अपने पद से इस्तीफा देने के बाद टीम के नए के लिए समस्या पैदा हो गई थी। काफी लंबे समय तक नए कोच के लिए सोच विचार हुआ। आखिरकार नए कोच की रेस में पूर्व क्रिकेटर और भारतीय टीम के पूर्व डायरेक्टर रवि शास्त्री आगे निकल गए और उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बनाया गया। अब नए कोच रवि शास्त्री को टीम के नए मैनेजर खोजने और चुनने की जिम्मेदारी दी गई है। नए मैनेजर की पद के लिए रवि शास्त्री के पास कई आवेदन आए हैं, उनमें से इस वक्त सबसे आगे तमिलनाडु के पूर्व घरेलू क्रिकेटर और स्पिनर रविचंद्र अश्विन के बचपन के कोच सुनिल सुब्रमण्यम हैं। अश्विन के पूर्व कोच सुनिल की दावेदारी सबसे ज्यादा बेहतर नजर आ रही है।

अश्विन के पूर्व कोच है सक्षम उम्मीदवार

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मैनेजर के खाली पद के लिए बीसीसीआई को अनेकों आवेदन मिले थे जिन्हें शॉर्टलिस्ट किया गया। अब शॉर्ट लिस्ट किए गए उम्मीदवारों में से अधिकारियों को चुनना है कि कौन सबसे अधिक सक्षम है। हालांकि तमिलनाडु के बाएं हाथ के स्पिनर और रविंद्रचंद्र अश्विन के पूर्व कोच सुनिल सुब्रमण्यम ने अपनी उम्मीदवारी काफी मजबूती से पेश की है। सुनिल के अलावा इस पद के लिए गुजरात के पूर्व खिलाड़ी प्रकाश भट्ट, दिल्ली के मध्यम तेज गेंदबाज शंकर सैनी, सर्विसेज खिलाड़ी अरमान मलिक और बड़ौदा के बल्लेबाज राकेश पारिख शामिल हैं।

मैनेजर पद की रेस में हैं कई उम्मीदवार 

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बीसीसीआई के एक अधिकारी ने नाम ना बताने की शर्त पर न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बातचीत के दौरान कहा कि सुनिल की दावेदारी काफी मजबूत है। सुनिल का बायोडेटा और कार्य अनुभव बाकी उम्मीदवारों से बेहतर है। उन्होंने फर्स्ट क्लास घरेलू क्रिकेट में 70 से ज्यादा मैच खेले हैं। सुनील ने तमिलनाडु और असम के घरेलू सर्किट में 74 मैच खेले हैं और 285 विकेट लिए हैं। एक प्रसिद्ध क्रिकेटर बनने के बाद भी अश्विन अक्सर उनके पास ज्ञान प्राप्त करने के लिए आया करते हैं। गुजरात के प्रकाश भट्ट एक दाएं हाथ के बल्लेबाज थे और उन्होंने अपने राज्य के लिए 51 मैच खेले हैं। पूर्व सेवा खिलाड़ी अरमान मलिक ने मुंबई टीम के प्रशासनिक प्रबंधक के रूप में काम किया है। अंदर-19 मैच खेलने के बाद बड़ौदा के लिए 50 मैच खेलने वाले राकेश पारिख ने भी इस प्रतियोगिता में अपनी दावेदारी पेश की है।

शंकर सैनी है सबसे विवादस्पद नाम

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इस रेस में सबसे विवादित नाम दिल्ली के पूर्व तेज गेंदबाज शंकर सैनी का है जिन्होंने दिल्ली के लिए 20 मैच खेले हैं। सैनी ओडिशा में दिल्ली टीम के प्रबंधक थे, जहां गौतम गंभीर ने अपने कोच केपी भास्कर के साथ झगड़ा किया था। बाद में डीडीसीए प्रशासक ने गौतम को सैनी द्वारा लिखी गई गोपनीय पत्र के आधार पर निलंबित कर दिया था।