भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज और गुजरात टीम के कप्तान पार्थिव पटेल ने ईरानी कप में हार का जिम्मा शेष भारत की बल्लेबाजी को दिया और उनके आक्रामक खेल को हार का कारण बताया. शेष भारत के लिए खेलते हुए रिद्धिमान साहा ने नाबाद दोहरा शतक और दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने नाबाद शतक लगाकर टीम को जीत दिलवाई.विराट कोहली या महेंद्र सिंह धोनी नहीं बल्कि इस दिग्गज को अपनी सफलता का श्रेय देते है हार्दिक पंड्या
इन दोनों की आक्रामक पारी के सामने गुजरात के गेंदबाज टिक नहीं पाए और उन्हें रणजी ट्राफी जीतने के बाद ईरानी कप में हार का सामना करना पड़ा. पार्थिव पटेल के नेतृत्व वाली टीम गुजरात ने पहली पारी में बल्ले और गेंद के साथ एक निर्धारित और अनुशासित प्रदर्शन करते हुए 358 रन बनाये थे.
क्षेत्ररक्षण में भी रणजी ट्रॉफी चैंपियन गुजरात ने शानदार किया और अपने लिए एक और जीत का रास्ता बनाया था, लेकिन पुजारा और साहा ने मिलकर गुजरात की सारी योजना को विफल कर दिया.पहली बार टी-20 टीम में शामिल किये गए परवेज़ रसूल ने विराट कोहली के बारे में दी अपनी प्रतिकिया
हार के बाद पार्थिव पटेल ने कहा,
“उन्हें मौके वास्तव में अच्छी तरह से मिले और उसे उन्होंने सही ढंग से संभाल भी लिया. जाहिर है, कि सही दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने खेला अगर वह आक्रामक ना खेलते तब उन्हें मैच में सघर्ष करना पड़ता और हमारे लिए कोई अवसर बनता, लेकिन सोच के विपरीत शुरुआत से ही आक्रमण खेलते हुए उन्होंने जीत हासिल की.”
31 वर्षीय पार्थिव ने आगे कहा,
“विकेट काफी ख़राब हो चुकी थी और उस समय हम रन रोकने के बारे में नहीं सोच रहे थे. हमे बस कुछ विकेट की तलाश थी, जिसके चलते मैच में वापसी कर सके लेकिन उन्होंने कोई गलती नहीं और पूरे रक्षात्मक तरीके से खेलते हुए विकेट लेने के कोई भी अवसर नहीं दिए. रणजी ट्राफी के बाद यह एक अच्छा अनुभव रहा खिलाड़ियों को काफी कुछ सीखने को मिला.”