क्रिकेट डेस्क। वन-डे क्रिकेट में कई क्रिकेटरों ने अपनी ख्याति प्रस्तुत की। क्रिकेट के प्रारूप बदलते गए और इसके साथ ही खिलाडि़यों की शैली में भी परिवर्तन आता गया। क्रिकेट में बल्लेबाजों का बोलबाला रहा और यह बात भी मानना गलत नहीं होगा, कि वन-डे क्रिकेट का रोमांच भी इन्हीं की बदौलत बरकरार है। 50 ओवर क्रिकेट में बड़े व्यक्तिगत स्कोर बनने से प्रशंसकों का भरपूर मनोरंजन होता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे ही पांच बल्लेबाजों के बारे में जिन्होंने सबसे अधिक बार 170 रन से ज्यादा का व्यक्तिगत स्कोर बनाया और प्रशंसकों के दिलों में बस गया।
रोहित शर्मा-
यह बल्लेबाज वन-डे में बड़े-बड़े शतक ठोंकने के लिए मशहूर है। रोहित ने तीन मर्तबा 170 या उससे अधिक रन की पारी खेली। सोमवार को ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में उन्होंने 163 गेंदों में 13 चौके व सात छक्कों की मदद से नाबाद 171 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 2013 में बेंगलुरु में रोहित ने 158 गेंदों में 12 चौके और 16 छक्कों की मदद से 209 रन की पारी खेली। इसके अलावा 2014 में कोलकाता में श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने 173 गेंदों में 33 चौके और 9 छक्कों की मदद से 264 रन की पारी खेली। यह वन-डे में विश्व का सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर भी है।
सचिन तेंदुलकर-
ये एक महान बल्लेबाज है। इन्हें किसी परिचय की जरूरत नहीं। तीन मर्तबा सचिन तेंडुलकर ने वन-डे क्रिकेट में 170 या उससे अधिक का व्यक्तिगत स्कोर बनाया। 2009 में हैदराबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तेंदुलकर ने 141 गेंदों में 19 चौके और पांच छक्कों की मदद से 175 रन की पारी खेली। इसी शहर में 1999 में सचिन ने नाबाद 186 रन बनाए। यह पारी उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली। इसके बाद 24 फरवरी 2010 को वह विश्व के पहले बल्लेबाज बने जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय वन-डे मैच में दोहरा शतक जड़ा। तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर में नाबाद 200 रन बनाए थे।
वीरेंद्र सहवाग –
भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज सहवाग ने भी दो बार ऐसा कारनामा किया है। 2011 विश्व कप के उद्धाटन मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ वीरू ने 175 रन की पारी खेली थी। उन्होंने 140 गेंदों में 14 चौके व पांच छक्के जड़ते हुए आकर्षक पारी खेली थी। इसी वर्ष सहवाग ने इंदौर के होलकर स्टेडियम पर वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व का दूसरा दोहरा शतक जड़ा था। उन्होंने मात्र 149 गेंदों में 25 चौके व सात छक्कों की मदद से 219 रन की पारी खेली थी।
मार्टिन गुप्टिल-
न्यूजीलैंड के इस ओपनर ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया है। गुप्टिल ने दो बार 170 या उससे अधिक का व्यक्तिगत स्कोर बनाने में कामयाबी हासिल की। कीवी बल्लेबाज ने 2013 में साउथैम्प्टन में इंग्लैंड के खिलाफ 155 गेंदों में 189 रन बनाए थे। पारी में उन्होंने 19 चौके तथा दो छक्के जमाए। इसके बाद 2015 विश्व कप के महत्वपूर्ण क्वार्टर फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज के खिलाफ गुप्टिल ने केवल 163 गेंदों में 237 रन की नाबाद पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 24 चौके व 11 छक्के जमाए।
विवियन रिचर्ड्स-
वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज सर विवियन रिचर्ड्स ने दो मर्तबा वन-डे में 170 रन या उससे अधिक का व्यक्तिगत स्कोर बनाया। 1987 विश्व कप में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ कराची में 125 गेंदों में 181 रन की पारी खेली थी। इस पारी में उन्होंने 16 चौके व सात छक्के जमाए थे। इसके अलावा 1984 में मैनचेस्टर में रिचर्ड्स ने इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 189 रन बनाए थे। इसमें उन्होंने 170 गेंदों का सामना किया था। इस पारी में उन्होंने 21 चौके और पांच छक्के लगाये थे।