पिछले 13 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में, बांग्लादेश ने सिर्फ एक मैच में जीत हासिल की है। उनके खराब प्रदर्शन के चलते बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजमुल हसन ने कहा हाई कि वे टी-20 प्रारूप के लिए पूर्व बांग्लादेशी कप्तान मशरफे मोर्तजा को वापस टीम में शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनकी आखिरी जीत श्रीलंका के खिलाफ मोर्तज़ के विदाई मैच में हुई थी।
मुर्तजा ने एक युवा खिलाड़ी के लिए जगह खाली करने के वास्ते अपनी टी-20 सेवानिवृत्ति की घोषणा की थी और पांच दिवसीय प्रारूप में बांग्लादेश की ओर से वापसी करना चाहते थे। मुर्तजा ने रूबेल हुसैन जैसे गेंदबाजों का उल्लेख किया था जो उनके मुकाबले बेहतर गेंदबाजी कर रहे थे।
“अगर मैं देखूं, तो रूबेल हुसैन को सभी ने भुला दिया है। उन्हें अंतिम ग्यारह में मौक़ा मिलना चाहिए था, लेकिन वह मेरे कारण नहीं खेल सके है ऐसा मेरा मानना है, चूंकि वह मुझसे बेहतर प्रदर्शन कर रहे है, इसलिए वह टीम में होने चाहिए। मैं अभी भी महसूस करता हूं, कि हमारे युवाओं को टेस्ट और वनडे जैसे बड़े स्तर के लिए विकसित करने के लिए यह टीम सबसे अच्छी जगह है.” तेज गेंदबाज मशरफे मुर्तजा ने कहा था।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख ने उल्लेख किया कि मुर्तजा की वापसी से खराब फॉर्म में सुधार हो सकता है इस कारण हम उनकी वापसी की तैयारी कर रहे है। उन्होंने यह भी कहा कि वह 34 वर्षीय मुर्तजा पर दबाव नहीं डालेंगे। “हमने आज की बैठक में इसके बारे में बात की है यह मशरफे मुर्तजा पर भी निर्भर करता है और यहाँ सभी ने मुझसे कहा है कि वह मेरी बात सुनेगा मैं उस पर दबाव नहीं डाल सकता हूँ। मैं उन्हें बता सकता हूं अगर वह इससे सहमत हैं तो अच्छा है.”
बीसीबी प्रमुख हसन के मुताबिक, मुर्तजा अभी भी इस प्रारूप में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बन सकते हैं।
इसी बीच हसन ने कहा है, कि “आगामी त्रिकोणीय निधास ट्रॉफी में मशरफे मुर्तजा को वापस लाने के प्रयास कर रहा है, जो 6 मार्च से शुरू होने वाली है। जबकि मुर्तजा टेस्ट में वापसी करना चाहते है लेकिन हम यह प्रयास कर रहे है कि वो इस निधास त्रिकोणीय सीरीज में वापसी करें।”