वीरेंद्र सहवाग इस नाम के दीवाने लोग आज भी हैं. यूँ तो कहने को वीरेंद्र सहवाग को भारतीय टीम से संयास लिए एक साल से ऊपर हो गया हैं, लेकिन वीरू आज भी किसी ना किसी कारण लगातार सुर्ख़ियों में बने ही रहते हैं.
सहवाग कभी अपने ट्वीट्स के कारण चर्चा का हिस्सा बन जाते हैं, तो कभी अपने मजाकिया किस्सों को लेकर. वीरेंद्र सहवाग इन दिनों भारतीय टीम के लिए हिंदी कमेंटरी करते हुए, देखे जाते हैं.
वीरू ने अब फिर से एक ऐसी बात कह दी हैं. जिसकी किसी को शायद उम्मीद नहीं होगी. मोहाली में खेले जा रहे भारत और इंग्लैंड के तीसरे टेस्ट के दौरान वीरेंद्र सहवाग ने मैदान में मौजूद रहते हुए भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा को लेकर एक बड़ा बयान देते हुए, यह ख़ुलासा किया कि-
”एक बार भारतीय टीम के चयनकर्ता विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा को टीम में शामिल करना चाहते थे.”
वीरेंद्र सहवाग के अनुसार-
”एक बार 2012 में ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट दौरे के तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया के चयनकर्ता विराट की जगह रोहित को टीम में शामिल करना चाहते थे.”
आपकों बता दे, कि विराट कोहली तब ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध पहले दो टेस्ट मुकाबलों में काफ़ी बुरी तरह से फ्लॉप रहे थे. तब कोहली के बल्ले से पहले दो टेस्ट की चार पारियों में केवल 43 रन बन सकें थे. पहले टेस्ट में कोहली के बल्ले से (11 और 0) जबकि दुसरे टेस्ट में (23 और 9) का स्कोर बना था.
इसी प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय चयनकर्ता कोहली को बाहर कर रोहित को मध्यक्रम में खिलने के बारे में सोच रहे थे, लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने विराट कोहली को पर्थ टेस्ट में मौका दिया और विराट ने मिले मौकें का भरपूर फ़ायदा उठाते हुए लाजवाब मुश्किल विकेट पर पहली और दूसरी पारी में 44 और 75 रन का स्कोर बनाया था.
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यही नहीं सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच में तो विराट कोहली ने सभी हैरान करते हुए, एडिलेड के मैदान पर अपनी पहली शतकीय पारी खेल डाली. तब कोहली ने 116 रन की पारी खेली थी. जबकि रोहित शर्मा ने उसके भी डेढ़ साल बाद अपना पहला टेस्ट खेला था.