वेस्ट-इंडीज के लेग-स्पिनर देवेन्द्र बिशु भारत के विरुद्ध पहले टेस्ट के पहले दिन सबसे सफल गेंदबाज़ साबित हुए और भारत की 3 विकेट झटकी.
भारत ने एंटिगा टेस्ट के पहले दिन 4 विकेट खोकर 302 बना लिया है, भारतीय कप्तान विराट कोहली नाबाद शतक बनाकर क्रीज़ पर मौजूद हैं.
पहले दिन खेल खत्म होने के बाद बिशु ने कहा “ना, मुझे नहीं लगता हम किसी दवाब में हैं. खेल बदल सकता है. आज हमारे लिए कठिन दिन रहा, लेकिन कुछ नहीं पता, कल सुबह क्या होगा”.
वेस्ट-इंडीज ने एंटिगा टेस्ट में अपनी बल्लेबाजी को बेहद लम्बा किया हैं, टीम में कार्लोस ब्रेथवेट और जैसन होल्डर जैसे आल-राउंडर नंबर 8 और 9 पर मौजूद हैं, लेकिन वेस्ट-इंडीज टीम में स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाज़ के रूप में शेनन गेब्रियल एकलौते गेंदबाज़ हैं. वेस्ट-इंडीज टीम के इस आईडिया से स्पिनर देवेन्द्र बिशु बिल्कुल भी खुश नहीं हैं.
बिशु ने कहा “ना, ना. अंत में, जो भी टीम हमारे पास है हमे टीम के तरह ही खेलना होता हैं, हमे खेलना ही होता हैं. हमे एक-दुसरे का सहयोग करना चाहिए और अपना 100 फीसदी देना चाहिए. मैं किसी के बारे में कुछ नहीं कहना चाहता हूँ. गेंदबाज़ को अपना काम करना चाहिए और बल्लेबाजों को अपना”.
आगे बिशु ने कहा “हाँ, हम इस से अच्छी स्तिथि में हो सकते थे, यह अच्छी पिच है और भारतीय बल्लेबाजों ने इसका फायदा उठाया. हम लगातार सटीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी नहीं कर पाए लेकिन हमने कई मौको पर अच्छी गेंदबाजी की हैं”
बिशु ने आगे कहा “मुझे लगता है कि शेनन ने काफी अच्छी गेंदबाजी की और उसने काफी अच्छी शुरूआत किया. शेनन ने काफी तेज गेंदें फेंकी. बाकी गेंदबाजों ने कुछ मौको पर अच्छी गेंदबाजी किया. हमें थोड़ा और संयम रखना होगा क्योंकि पिच अच्छी हैं”.
वेस्ट-इंडीज के लिए टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले आल-राउंडर रोसटन चेस ने पहले दिन 17 ओवरों की गेंदबाजी किया. पहले दिन वेस्ट-इंडीज के लिए स्पिनर बिशु ने 27 ओवर की गेंदबाजी की और 3 विकेट हासिल किये. बिशु ने कहा कि चेस को उनसे पहले गेंदबाजी दी गयी, जिससे वह बिल्कुल भी हैरान नहीं हैं.
बिशु ने कहा “मैं और चेस अलग गेंदबाज़ है, बॉल नई थी. वह उस स्थिति में गेंद करने के सही विकल्प थे, इससे मुझे कोई परेशानी नहीं हैं. वह सिर्फ एक कामचलाऊ ऑफ-स्पिनर हैं. लेकिन चेस ने पहले दिन काफी गेंदबाज़ी किया. चेस एक बल्लेबाज़ आल-राउंडर है जोकि अच्छी गेंदबाजी भी करते हैं”