अॉस्ट्रेलिया के पुर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रैड हाडिन ने कहा कि, जब तक भारत DRS को स्वीकार नहीं करता, तब तक उन्हें ऐसे फैसलों का सामना करना पडेगा.
उन्होंने कहा कि, DRS के खिलाफ भारत को कुछ कहने का हक नहीं है.
जॉर्ज बेली के बल्ले को गेंद लगकर विकेटकीपर धोनी दस्ताने में गया था, लेकिन अंपायर ने बेली को नॉट आउट दिया था.
और उसके बाद बेली ने स्मिथ के साथ मिलकर रिकॉर्ड साझेदारी की, और शतक लगाकर अॉस्ट्रेलिया को जीत दिलाई.
फिर धोनी ने कहा था कि, DRS में फैसला 50-50 रहता है, और ज्यादातर फैसले आपके खिलाफ जाते है.
धोनी ने एक पत्रकार से मैच के बाद कहा था कि, मै आपकी बात से सहमत हू.
हाडिन ने इस पर कहा, भारत DRS नहीं चाहता है, तो इन फैसलों पर वे कुछ कह नहीं सकते, और उन्हें ये फैसले स्वीकार करने होंगे.
हाडिन ने कहा, सभी टीमें इसका स्वीकार करती है, और भारत इसके खिलाफ है, तो ऐसे फैसलों में ऐसा ही होगा.
हाडिन ने ये भी माना कि, बेली भाग्यशाली रहे.
हाडिन ने कहा, जब लेग साईड पर कोई गेंद आती है, तो बल्ला, पैड सब एक जगह रहता है, और इस वजह से आउट देना मुश्किल रहता है.
धोनी और बीसीसीआई हमेशा DRS के खिलाफ रहे है, और बीसीसीआई प्रेसिडेंट शशांक मनोहर ने पिछले महीने कहा था कि, जब तक DRS तकनीक पुरी तरह ठिक नहीं होगी, हम इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे.