वेस्टइंडीज की टीम इन दिनों इग्लैंड के दौरे पर है जहां पर दोनों टीमों के बीच तीन मैचों की खेली गई टेस्ट सीरीज के बाद शनिवार को एकमात्र टी-20 मैच खेला गया। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए एकमात्र टी-20 मैच में एक बार फिर से विश्व चैंपियंन वेस्टइंडीज की टीम ने इंग्लैंड को आसानी के साथ हरा दिया। चेस्टर ली स्ट्रीट में खेले गए इस मैच में वेस्टइंडीज की टीम ने मेजबान को 21 रनों से मात देकर एकमात्र टी-20 मैच में शानदार जीत हासिल की।
इंग्लैंड को वेस्टइंडीज ने दी मात
तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से शानदार जीत हासिल करने वाली इंग्लैंड की टीम इस मैच में वेस्टइंडीज को एक बार फिर से पछाड़ने के लिए उतरी। लेकिन उधर विश्व चैंपिंयन वेस्टइंडीज की टीम ने पहले खेलते हुए 9 विकेट के नुकसान पर 176 रनों का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में उतरी इंग्लैंड की टीम अपनी पूरी कोशिश के बाद भी आखिर में 19.3 ओवर में 155 रनों पर ढेर हो गई और मैच को 21 रनों से गंवा दिया।
लुईस-गेल की जोड़ी टी-20 क्रिकेट में है सबसे खतरनाक
इंग्लैंड की इस हार के बाद उनके कप्तान ओएन मोर्गन ने निराशा जाहिर की। ओएन मोर्गन ने बल्लेबाजी में गिरावट को हार का सबसे बड़ा कारण करार दिया। ओएन मोर्गन ने इस हार के बाद स्काई स्पोर्ट्स के साथ बात करते हुए कहा कि
“लुईस और गेल जैसी सलामी जोड़ी के सामनें आपके गेंदबाजों के लिए बहुत बड़ा मौका नहीं होता है। जाहिर है ये टी-20 क्रिकेट की दुनिया में सबसे खतरनाक जोड़ी में से है। हमनें ये निश्चित रूप से अच्छी गेंदबाजी नहीं की। लेकिन जाहिर तौर पर हम गेंदबाजी के कारण नहीं हारे हैं। हम तो सिर्फ लक्ष्य का पीछा नहीं कर सके थे।”
नियमित रूप से विकेट गंवाने के कारण हुआ नुकसान
इसके साथ ही ओएन मोर्गन ने आगे इसको लेकर कहा कि
“हमनें सोचा था कि वास्तव में ये विकेट बहुत अच्छी थी। हम तब हारे जब हमनें एक साथ तीन विकेट गंवा दिए थे और जिसके बाद जब जॉनी(बेयरस्टो) और जोस(बटलर) ने मिलकर वाकई अच्छा काम किया जिससे हमें एक अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया। वहां से हमें आगे आने के लिए जरूर एक कीक की जरूरत थी, लेकिन हम नियमित रूप से विकेट गंवाते रहे। यहीं एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर हमें छोड़ा देखना होगा।”