क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार देखने को मिला जब पिता और पुत्र की जोड़ी ने लगाए अर्धशतक 1

विश्व क्रिकेट में हमें ऐसा कई बार देखने को मिला है कि एक ही टीम में पिता-पुत्र की जोड़ी, भाई-भाई की जोड़ी या चाचा-भतीजा की जोड़ी एक साथ खेलती हुई देखने को मिलती है। वैसे बात करे तो पिता-पुत्र की जोड़ी बहुत कम देखने को मिलती है। लेकिन कभी-कभार तो ये भी नजर आ ही जाता है।

कई बार पिता के नक्शे कदम पर पुत्र भी क्रिकेट को ही अपना करियर चुनता है। आपके सामने विश्व क्रिकेट में ऐसे कई उदाहरण देखने को मिलते रहते है। जैसे भारत से लाला अमरनाथ और उनके पुत्र मोहिंदर अमरनाथ दोनों ही अपने देश के लिए खेल चुके है। उसी तरह ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी नील हार्वी और उनके पुत्र इयान हार्वी ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम में अपनी सेवाएं दें चुके है। रविचन्द्र अश्विन ने इशांत शर्मा को पछाड़ बनाया यह बड़ा रिकॉर्ड, लेकिन हरभजन नहीं होंगे इससे खुश

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वहीं बात करे एक और इस तरह की पिता-पुत्र की जोड़ी की तो न्यूजीलेंड के वाल्टर हेडली और उनके पुत्र कीवी टीम के महान खिलाड़ी रिचर्ड हैडली अपने देश के लिए खेल चुके है। ये तो थी पिता-पुत्र की वे जोड़िया जो अपने देश के लिए खेल चुकी है। लेकिन एक ही समय में एक ही टीम के लिए क्रिकेट के मैदान में पिता-पुत्र की जोड़ी खेलती हुई नजर आए तो बात ही कुछ और है। और वहीं जोड़ी एक ही पारी में अपने-अपने 50 का आंकड़ा पार करे तो इसके तो क्या कहने।

कुछ इसी तरह का ही संयोग देखने को मिला वेस्टइंडीज के घरेलु क्रिकेट में जब वेस्टइंडीज क्रिकेट के शानदार बल्लेबाज रह चुके शिवनरैन चन्द्रपॉल और उनका पुत्र तेगनरैन चऩ्द्रप़ॉल खेलते हुए नजर आए। जमैका और गयाना के बीच शनिवार से चारदिवसीय मैच मैच खेला जा रहा। जिसमें दूसरे दिन शिवनरैन चन्द्रपॉल और तेगनरैन दोनों ने अपनी टीम के लिए अर्धशतकीय पारी खेली।वेस्टइंडीज के कोच स्टुअर्ट लॉ के अनुसार इस टीम से सीख लेकर हो सकता है वेस्टइंडीज क्रिकेट का कायाकल्प

गयाना की टीम से खेल रहे इस पिता-पुत्र दोनों ने पचासा जड़ा। जहां पिता शिवनरैन चन्द्रपाल ने 57 रन बनाए वहीं इनके पुत्र तेगनरैन ने 58 रनों की पारी खेली। साथ ही एक संयोग और देखने को मिला की दोनों ही बाएं हाथ के बल्लेबाज है और तैगनरैन भी क्रीज पर आते ही सीनियर चन्द्रपाल की तरह स्टंप के बेल्स को लेकर गार्ड का निशान बनाते है।