सचिन जब रमाकांत आचरेकर से क्रिकेट सीख रहे थे , उस दौरान एक लड़का सचिन से ज्यादा अच्छा क्रिकेट खेलता था. उसे खुद कोच रमाकांत सचिन से अच्छा खिलाड़ी मानते थे और उसे प्यार से विव रिचर्ड्स कहा करते थे, लेकिन इस खिलाड़ी के बड़े भाई की वजह से ये खिलाड़ी कभी भी एक बड़ा खिलाड़ी नहीं बन सका.
इस खिलाड़ी का नाम हैं अनिल गुरव. अनिल गुरव आज कल मुंबई की गलियों में दारु के नशे मिलते दिखाई देते हैं.
सचिन से ज्यादा बेहतर बल्लेबाज़ मानते थे रमाकांत आचरेकर
सचिन जब बल्लेबाज़ी के गुण सीख रहे थे, तब उनके गुरु रमाकांत आचरेकर ने उन्हें अनिल की बल्लेबाज़ी देखने को कहते थे. सचिन घंटों अनिल की बल्लेबाज़ी देख कर उनकी तरह बल्लेबाज़ी करने की कोशिश करते थे. उनकी बल्लेबाज़ी की वजह से सर उन्हें विव रिचर्ड्स के नाम से बुलाते थे.उस समय अनिल की बल्लेबाज़ी देखने के लिए लोग मैदान में आते थे. कोहली और सचिन के बीच हो रही तुलना पर ब्रैड हॉग ने दिया बड़ा बयान , कोलकत्ता के इस खिलाड़ी का बताया भविष्य का खिलाड़ी
अनिल के बैट से ही लगाई थी सचिन ने पहला शतक
सचिन का चयन अंडर-14 टीम में हो गया था. जिसके बाद अनिल ने उन्हें अपना बैट दिया और कहा कि जाओ इसी बैट से बल्लेबाज़ी करना.पहले तो सचिन उसे नही ले रहे थे, बाद में उसी बल्ले से सचिन ने अंडर-14 में अपना पहला शतक बनाया था.
रमाकांत आचरेकर खुद ले कर आते थे मैदान तक
रमाकांत आचरेकर अनिल की बल्लेबाजी से बहुत प्रभावित थे. इसलिए वो उन्हें खुद मैदान तक ले जाते थे. उन्हें उम्मीद थी कि एक दिन अनिल बहुत बड़ा खिलाड़ी बनेगा. उन्होंने अनिल की माँ से भी कहा था कि आप परेशान न हो, आप के बेटा एक दिन बहुत बड़ा खिलाड़ी बनेगा और आप की सारी दिक्कत दूर हो जाएगी. विश्व क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ ब्रायन लारा के जन्मदिन पर वीरेंद्र सहवाग ने उन्हें कुछ इस अंदाज़ में दी बधाई, कि नहीं रुकेगी आपकी हंसी
बड़े भाई की वजह से करियर हुआ ख़राब
अनिल का बड़ा भाई अजित शार्प शूटर था. जिस वजह पुलिस लगातार पूछताछ करती रहती थी. आए दिन पुलिस उन्हें पुलिस स्टेशन लेकर चली जाती थी. जिसके बाद उनकी माँ ने एक बार अपना घर भी बदल दिया था. लेकिन तब भी पुलिस ने उनका पीछा नही छोड़ा. पुलिस ने कभी भी अजित को नहीं देखा था , जिस वजह से पुलिस के एक दिन अनिल को ही उठा ले गई और इतना मारा कि उसके बाद वो क्रिकेट खेलने के काबिल नही बचे.
पैसे के लिए नाइट क्रिकेट में भी खेला
पैसे की तंगी के कारण अनिल ने नाइट क्रिकेट में भी खेला और वो खुद मानते हैं उसके बाद वो कभी भी उससे बाहर नहीं हो सके और अपना करियर ख़राब कर लिया. #FLASHBACK आज ही के दिन मिली थी 2011 विश्वकप की सबसे बड़ी जीत, जिसका जश्न फाइनल से ज्यादा मनाया गया था
शराब में डूबे रहते हैं अब
अनिल इस समय शराब की नशे में डूबे रहते हैं. एक खिलाड़ी जो इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना नाम बना सकता था आज वो गलियों में शराब के नशे में मिलाता हैं.