दो बार के विश्व कप विजेता टीम के कप्तान डैरेन सैमी इस समय लीग क्रिकेट में अपने हाथ अजमा रहें हैं और उन्हें आखिरी टी-20 विश्व कप के बाद वेस्ट इंडीज में जगह नही मिली हैं. इसके बाद भी वो निराश नहीं हैं और लगातार लीग क्रिकेट में सक्रिय हैं.
बोर्ड के खिलाफ बोलने की मिल रही हैं सजा
डैरेन सैमी का कहना है कि पिछले साल विश्व टी -20 फाइनल में वेस्टइंडीज बोर्ड की पदक जीतने के लिए उन्होंने बोर्ड के खिलाफ बोलने पछतावा नहीं है, जो अब तक उनका अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच बन गया है। दो बार विश्व टी -20 जीतने वाले कप्तान सैमी पूरे विश्व में टी -20 लीग खेलने में व्यस्त हैं, लेकिन फिर भी उन्हें वेस्टइंडीज क्रिकेट की परवाह है। वह सीमित ओवरों के प्रारूप में चयन के लिए भी उपलब्ध हैं, लेकिन बार-बार उन्हें अनदेखा किया जा रहा हैं. सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बाद अब इस दिग्गज ने भी किया भारतीय टीम के चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने का समर्थन
नही हैं किसी भी बात का पछतावा
उन्होंने आगे कहा कि यह दुख की बात है, कि मेरा अंतिम अंतर्राष्ट्रीय विश्व टी 20 फाइनल था. लेकिन मैं अभी भी सीमित ओवरों के क्रिकेट में चयन के लिए उपलब्ध हूं, लेकिन मैं गैर-चयन पर रोना नहीं चाहता हूं। उन्होंने आगे कहा कि वह इस समय आईपीएल में हिस्सा ले रहा हूँ इसके अलावा मैं दुनिया भर की लीग में भी हिस्सा ले रहा हूँ. मैं अपने देश के लिए खेलना चाहता हूँ , लेकिन मैं अपने चयन को लेकर किसी के आगे हाथ नही फैलना चाहता हूँ. पंजाब ने भी किया अपनी अंतिम 11 का ऐलान, दिल्ली से पार पाने के लिए ऐसे खिलाड़ी को टीम में किया शामिल जिसके सामने बेबस नज़र आये थे धोनी और कोहली
इससे पहले भी सैमी देश के बोर्ड के खिलाफ बोल चुके हैं. और उन्होंने टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में बोर्ड की दिक्कतों को सबके सामने रखा था.