इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच इंग्लैंड में चार मैंचो की टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट मैच में मेजबान इंग्लैंड ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए मेहमान दक्षिण अफ्रीका को 219 रनों से करारी हार दी। लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान में खेले गए, पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के युवा प्रतिभाशाली बल्लेबाज जो रूट टेस्ट क्रिकेट में पहली बार कप्तानी के रूट में उतरे और जो रूट ने अपने कप्तानी की शुरूआत एक बड़ी जीत के साथ की। इंग्लैंड की टीम इस जीत के साथ ही चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से आगे हो गई है।
मोइन की फिरकी में फंसे प्रोटीयाज
इंग्लैंड की टीम ने मैच के चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका को 331 रनों का मुश्किल लक्ष्य दिया था। मेहमान दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज इंग्लैंड के फिरकी गेंदबाज मोइन अली की गेंद में फंस के रह गए और चौथे ही दिन दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 36.4 ओवर में महज 119 रनों पर ढ़ेर हो गई। मोइन अली ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए दूसरी पारी में 53 रन देकर 6 विकेट झटके। मोइन अली के साथ ही स्पिन गेंदबाज लियाम डॉसन ने भी दो सफलताएं हासिल की। वीडियो: विकेट लेने के बाद अजीबो-गरीब तरीके से जश्न मानता नजर आया इंग्लैंड का यह खिलाड़ी, सैम बिलिंग्स ने शेयर की वीडियो
दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए मिला था 331 रनों का लक्ष्य
इससे पहले इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में पहली बार कप्तानी के तौर पर उतरे जो रूट की 190 रनों की बेमिसाल पारी के दम पर 458 रनों का स्कोर खड़ा किया था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका की टीम पहली पारी में मोइन अली के चार विकेट के सामनें 361 रनों पर आउट हो गई। दक्षिण अफ्रीका की ओर से सबसे ज्यादा रन तेंबा बावुमा ने 59 रन बनाए। इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में अच्छी शुरूआत के बाद लड़खड़ा गई और 233 ही बना सकी। और दक्षिण अफ्रीका के सामनें 331 रनों का टारगेट रखा।
सभी खिलाड़ी खेले अपनी जिम्मेदारी के साथ
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक के टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद इस टेस्ट मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट पहली बार कप्तानी के तौर पर उतरे। जो रूट ने इस मैच में अपनी कप्तानी कौशल का जबरदस्त नमूना पेश किया। इंग्लैंड की जीत पर जो रूट ने कहा कि “इस हफ्ते हर किसी ने अपनी भूमिका निभाई। ये 6 विकेट या पचासा के लिए नहीं हो सकता, लेकिन बात ये है कि खिलाड़ियों ने महत्वपूर्ण समय में अपना चरित्र दिखाया। मैं सबकुछ खिलाड़ियों से पूछा तो वो बहुत खुले हुए थे और इसका जवाब दिया। मैं चाहता था कि हम सक्रिय रहे और खेल को आगे तो से लीड करे, जब भी मौके मिले तो जिम्मेदारी उठाएं। और इस मैच में खिलाड़ियों ने यहीं साबित किया।” बतौर कप्तान जो विराट कोहली ना कर सके वो जो रूट ने पहले ही मैच में कर दिखाया