ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम के कप्तान ‘माइकल क्लार्क’ का मानना है कि बेहतरीन बल्लेबाज़ ‘केविन’ के बिना इंग्लैंड एक कमजोर टीम है. साथ ही उन्होंने अपने खलाड़ियों को चेतावनी दी कि वे अपने काम को लेकर केंद्रित रहे.
माइकल क्लार्क ने एशेज 2013 -14 में ऑस्ट्रेलिया की टीम का नेतृृव किया था और इंग्लैंड को 5 -0 से रौंदा था. केविन के लिए यह लास्ट सीरीज थी. क्योंकि उसे अनुशासनात्मक मुद्दों के चलते क्रिकेट बोर्ड द्वारा हटा दिया गया था.
नवयुक्त इंग्लिश क्रिकेट के निदेशक एंड्रू स्ट्रॉस ने केविन की वापसी की सम्भावना से इंकार किया.
क्लार्क ने कहा -” केविन को लेकर मेरे लिए दो पक्ष हो सकते हैं ,एक है व्यक्तिगत पक्ष जहाँ मेरा उससे कोई मतभेद नहीं है , सब अच्छा है. मैं उसे दोबारा इंग्लैंड के लिए खेलते देखना चाहूंगा. वह बढ़िया खिलाडी है.”
“दूसरी तरफ हमे जल्द ही इंग्लैंड के खिलाफ वह खेलने जाना है. मुझे नहीं लगता केविन के बिना टीम मजबूत हो सकती है. उसके आंकड़े खुद उसकी क़ाबलियत ब्यान करते हैं. वह अदभुत है.”
“अपने देश से बहार जाकर एक अंतर्राष्ट्रीय टीम के रूप में खेलना सबसे बड़ी चुनौती है. इंग्लैंड से कड़ा मुकाबला होने वाला है.”
वहीँ वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज जून के पहले हफ्ते से शुरू होगी और एशेज मैच 8 जुलाई से शुरू होंगे.