क्रिकेट में चाइनामैन क्या होता है?

विश्व क्रिकेट में चाइनामैन दुर्लभ प्रकार के गेंदबाज होते हैं। दाएं हाथ का ऑफ स्पिनर अपने नैसर्गिक गेंदबाजी एक्शन से लेग स्पिन कराए और बाएं हाथ का गेंदबाज दाहिनें हाथ के बल्लेबाज को लेग स्पिन फेंके। अब चाइनामैन लेग स्पिनर को कहा जाता है जो बाएं हाथ से ऐसी गेंद फेंके। इसका मतलब उसकी गेंद दाहिनें हाथ के बल्लेबाज को लेग स्पिन के जैसे खेलना पड़े। यह प्रक्रिया दाएं और बाएं हाथ के गेंदबाज के लिए एकसमान है। अन्तराष्ट्रीय स्तर पर कम ही गेंदबाज रहे, जिन्हें चाइनामैन का तमगा‍ मिला। दक्षिण अफ्रीका के पॉल एडम्‍स, ऑस्ट्रेलिया के माइकल बेवन, साइमन कैटिच और ब्रेड हॉग तथा भारत के कुलदीप यादव को इसकी ख्याति प्राप्त है।

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क्रिकेट में गुगली क्या होती है?

क्रिकेट में गुगली का प्रयोग लेग स्पिनर करता है जो दाहिनें हाथ के बल्लेबाज  के लिए अंदर की तरफ आती है। दरअसल, लेग स्पिनर गेंदबाज दाहिनें हाथ के बल्लेबाज को छकाकर गेंद बाहर की तरफ निकालता है। मगर गुगली इसके ठीक विपरीत है। लेग स्पिनर की यह गेंद ऑफ स्पिन होती है। ऑस्ट्रेलिया में गुगली को रांग वन भी कहा जाता है। ऑफ स्पिनर द्वारा डाली लेग स्पिन को दूसरा कहा जाता है।

क्रिकेट में फ्लिपर क्या होता है?

फ्लिपर क्रिकेट में उस गेंद को कहा जाता है जो लेग स्पिनर फेंकता है। यह गेंद उछाल नहीं लेती और स्टम्प के सामने बल्लेबाज के लिए जालसाज बन जाती है। पूर्व ऑस्ट्रलियाई महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न इस गेंद के कलाकार माने जाते हैं जबक‍ि उनके हमवतन क्लेरी ग्रिमेट ने इस गेंद का आविष्कार किया है।

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क्रिकेट में ओवर क्या होता है

क्रिकेट में एक गेंदबाज अगर नो और वाइड यानी अतिरिक्त गेंदों को छोड़ दिया जाए तो लगातार छह गेंद से ज्यादा गेंद नहीं फेंक सकता। 6 गेंद के बाद ओवर करार दिया जाता है, जिसके बाद थोड़ा ब्रेक लेकर खेल पुन: शुरू होता है। इस बीच फील्डिंग टीम गेंदबाजी छोर और फील्डरो की दिशा में तब्दीली होता है। ओवर का मतलब एक गेंदबाज की छह कानूनी गेंदें पूरी करने को कहा जाता है।

क्रिकेट में नॉ बॉल क्या होती है?

गेंदबाज द्वारा गैरकानूनी प्रक्रिया से गेंद फेंकने को नॉ बॉल कहते हैं। गेंदबाज या तो क्रीज के बाहर पैर निकालकर गेंद फेंकता है या फिर वह कमर के ऊपर फुलटॉस गेंद फेंकता है। इसे नॉ बॉल करार दिया जाता है। अगर 30 यार्ड के घेरे से बाहर ज्यादा खिलाड़ी फील्डिंग करें तो उसे भी नॉ बॉल दिया जाता है।

क्रिकेट में मेडन ओवर क्या होता है?

गेंदबाज की छह गेंद पर बल्लेबाज कोई रन नहीं बना सके। अगर गेंदबाज ओवर के बीच में नो या वाइड यानी अतिरिक्त नहीं दे और छह गेंद बिना रन दिए फेंक दें तो उसे मेडन ओवर कहते हैं।

क्रिकेट में बाउंड्री क्या होती है?

क्रिकेट मैदान में रस्सी का घेरा मांप कर स्थापित किया जाता है। उसे बाउंड्री कहते हैं। केंद्र पिच से 60 यार्ड की दूरी पर अधिकतर सीमा रेखा बनाई जाती है। यह गोलाकार शेप में पूरे मैदान में फैली होती है। अगर गेंद मैदान में टप्पा खाकर या घिसटकर सीमा रेखा को पार करे तो चौका और अगर हवा में सीमा रेखा को पार करे तो छक्का माना जाता है।

 

क्रिकेट में अतिरिक्त रन क्या होता है?

फील्डिंग टीम अतिरिक्त रन देती है। जो भले ही गेंदबाज के खाते में दर्ज हो या न हो, लेकिन इससे फील्डिंग टीम को नुकसान होता है। इसमें बल्लेबाज की कोई मेहनत नहीं होती। फील्डिंग टीम अपनी गलती से बल्लेबाजी टीम को उपहार में रन देती है। वाइड, नो, लेग बाय, बाय, ओवरथ्रो आदि तरीकों से अतिरिक्त रन हासिल होते हैं।

क्रिकेट में रिवर्स स्विंग क्या होती है?

अधिकतर देखने में आया है कि गेंद के जिस तरफ चमक हो, वहां से अच्छा स्विंग प्राप्त होता है। मगर रिवर्स स्विंग इसके ठीक विपरीत है। गेंद का रूखा भाग पिच पर पड़कर अलग हरकत करता है, जिसे रिवर्स स्विंग कहा जाता है। पाकिस्तान के सरफराज नवाज ने इसकी खोज की थी। पाकिस्तान के ही वसीम अकरम को इसमें महारत हासिल थी।

क्रिकेट में बीमर क्‍या होती है?

बीमर उसे कहा जाता है जब गेंदबाज एक गेंद कमर से ऊंचाई पर फुलटॉस फेंके। यह बाउंसर से अलग हैं क्‍योंकि गेंद टप्पानहीं खाती। ब्रेट ली ने 2008 में सीबी सीरीज के पहले फाइनल में शतकवीर सचिन तेंडुलकर के कंधे पर गेंद मारी थी। यह गेंद फुलटॉस थी। ऐसी गेंदों को बीमर कहा जाता है।

क्रिकेट में पॉवरप्ले क्या होता है??

फील्डिंग में पाबंदी के नियम को क्रिकेट में पॉवरप्ले कहा जाता है। गेंदबाजी टीम सीमा रेखा पर नियमित फिल्डर ही लगा सकती है। वन-डे में तीन पॉवरप्ले होते हैं। पहला 10 ओवर का नियमित पॉवरप्ले और दो पॉवरप्ले 5-5 ओवर के होते हैं। एक बल्लेबाजी टीम अपनी सुविधानुसार ले सकती है और एक गेंदबाजी टीम अपनी सुविधानुसार। टी-20 क्रिकेट में शुरुआत के 6 ओवर ही पॉवरप्ले के होते हैं।

क्रिकेट में डकवर्थ लुईस नियम क्या होता है?

वर्षाबाधित मैचों के लिए डकवर्थ लुईस या डीएल नियम का प्रयोग करके मैच का फैसला किया जाता है। हालांकि इसे समझना आसान नहीं। आप डकवर्थ लुईस नियम की आधिकारिक वेबसाइट पर इसके बारे में बेहतर जानकारी हासिल कर सकते हैं।

एलबीडब्ल्यू समेत यूडीआरएस के नियम?

क्रिकेट में अंपायरों को सबसे ज्यादा तकलीफ एलबीडब्ल्यू या पगबाधा का फैसला देने में आती है। यहां पर यूडीआरएस का उपयोग किया जाता है। इसमें टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है जो कम्प्युटर के अंदर गेंद की लाइन, लेंथ और विकेट पर लगने के आकलन को बताता है। यह सभी जानकारी एकत्रित करने के बाद तीसरा अंपायर मैदानी अंपायर को नतीजा बता देता है। इस नियम से टीम और अंपायरों को काफी सहूलियत मिली है।

अन्तराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में सबसे युवा उम्र में खेलने वाला खिलाड़ी?

पाकिस्तान के हसन रजा टेस्ट मैच खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी है। उन्होंने 14 वर्ष 227 दिन की उम्र में टेस्ट मैच खेला था। रजा ने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ फैसलाबाद में 1996 में पदार्पण किया। उन्होंने 48 गेंदों में 27 रन की पारी खेली। दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी भी पाकिस्तान के ही मुस्ताक अहमद रहे जिन्होंने 15 वर्ष 124 दिन की उम्र में खेला। 16 वर्ष 189 दिन की उम्र में अकीब जावेद अन्तराष्ट्रीय मैच खेलने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने। भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर ने 16 वर्ष 205 दिन की उम्र में टेस्ट मैच खेला। वह इस सूची में चौथे स्थान पर हैं।

अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट में बल्ले का वजन??

क्रिकेट गेंद का वजन 155.9 से लेकर 163.0 ग्राम का होता है, जो अपनी कठोरता के लिए जानी जाती हैं। बल्ले का वजन 2 एलबी 8 ओजेड से लेकर 3 एलबी (1.1-1.4 किग्रा) तक होता है। इसका हत्था रबर की ग्रिप से ढका होता है। इसके बारे में ज्यादा जानकारी आप विकीपीडिया से प्राप्त कर सकते हैं।

 

पार्ट-2: क्रिकेट के कुछ ऐसे रिकॉर्ड, जिसे जानने के लिए आप बेकरार रहते हैं

Sportzwiki संपादक

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