भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज के बाद 1 नवंबर से दिल्ली क फिरोजशाह कोटला में खेले जाने वाले पहले टी-20 मैच के साथ शुरू होगी। दिल्ली के बढ़ते प्रदुषण की मार भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले टी-20 मैच पर भी पड़ती नजर आ सकती है। हाल ही में भारत में एक बड़ा त्योहार दिवाली था। जिस दौरान देशभर में पटाखे छोड़े जाते हैं।
भारत-न्यूजीलैंड टी-20 पर दिल्ली का प्रदूषण बनेगा खतरा!
पटाखे छोड़ने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पटाखों की ब्रिकी पर रोक लगाने के साथ ही अपनी ओर से पूरी कोशिश की थी। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मौसम में प्रदुषण घुलने से बचाने के लिए ये अजीब पहल की थी, लेकिन इसका तो कोई असर नहीं दिखा और दिल्ली के मौसम में पूरी तरह से धूंध छायी हुई है। सभी प्रयासों के बाद भी दिल्ली का वातावरण पूरी तरह से प्रदुषित नजर आ रहा है।
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दिल्ली के वातावरण को साफ रखने के लिए डीजल जनरेटरों पर है पाबंदी
दिल्ली भारत में एक बहुत बड़ा शहर है। जिसमें इंटड्रीयल से लेकर बड़ी-बड़ी इमारते खड़ी हैं । इन सबके बीच वातावरण से प्रदुषण को निकालने एक बहुत बड़ी समस्या है, ऐसे में प्रदुषण वहीं पर हवा के बीच घुलता रहता है। इसी को लेकर ही दिल्ली में डीजल से चलने वाले जनरेटरों पर प्रतिबंध लगाया गया है, ऐसे में साफ है कि दिल्ली में होने वाले भारत और न्यूजीलैंड के बीच टी-20 मैच के दौरान डीडीसीए डीजल से चलने वाले जनरेटरों का उपयोग नहीं कर सकेगी।
मैच के दौरान होगी 3000 से 3500 केवीए बिजली की जरूरत
टी-20 मैच के दौरान जनरेटर का उपयोग नही करने को लेकर डीडीसीए परेशान हैं, क्योंकि मैच के दौरान बिजली की आपूर्ति में कुछ भी दिक्कत होने पर जनरेटर की जरूरत तो होगी ही। इसको लेकर डीडीसीए का कहना है, कि
“हमें गुरूवार को ही पर्यावरण प्रदूषण प्राधिकरण द्वारा सूचित कर दिया गया था। ये इस समय एक बड़ा मुद्दा है। लेकिन इसको लेकर बैठक जारी है। हम तो केवल बीएसईएस से हमारे लोड को दोहरा करने का अनुरोछ कर सकते हैं। हमें मैच के लिए लगभग 3000-3500 केवीए की जरूरत होगी।”
दिल्ली डिस्कॉम के सेक्रेटरी के साथ हुई चर्चा
इसके साथ ही डीडीसीए ने बिजली आपूर्ति को लेकर बताया कि
“हमनें डिस्कॉम और दिल्ली पावर सेक्रेटरी के साथ इस मामले पर चर्चा की है और उन्होनें हमे आश्वासन दिया है, कि शहर में कोई बिजली की कमी नहीं है और डिस्कॉम किसी भी व्यक्ति के लिए अस्थायी कनेक्शन प्रदान करेगा। जिसके लिए 24 घंटे के भीतर बिजली की आवश्यकता होगी।”