इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली एशेज सीरीज का रोमांच हमेशा ही चरम पर होता है. दोनों ही टीमें इस एतिहासिक सीरीज के लिए कड़ी मेहनत करती हैं और दोनों देशों के बोर्ड इस सीरीज के लिए अपना सबसे बेहतरीन दल चुनते हैं. किन्तु इस बार ऑस्ट्रेलिया टीम ने जो टीम चुनी है उसमे कई लोगों के नकारात्मक बयान सामने आ रहे हैं वह टीम के चयन पर खुश नही हैं.
इन खिलाड़ियों का किया गया चयन-
टीम के चयन पर जिस नाम ने सबसे अधिक चौंकाया है वह है टीम पेन का. उन्होंने अपना आखिरी मुकाबला 7 साल पहले भारत के खिलाफ खेला था. उन्हें मैथ्यू वेड की जगह विकेटकीपर बल्लेबाज चुना गया. इसके आलावा 2011 में डेब्यू करने वाले शॉन मार्श ने भी 8वीं बार टीम में जगह बनाई है. मार्श जो अधिकतर नई गेंदों का सामना करते हुए दिखाई देते हैं, लेकिन इस बार वह 6ठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए दूसरी नई गेंद का सामना करते हुए दिखाई देंगे. वहीं तेज गेंदबाज चैड सायेर ने भी 13वें खिलाड़ी के रूप में जगह बनाई.
पेन के चयन से इन खिलाड़ियों का कटा पत्ता-
7 साल के बाद विकेटकीपर बल्लेबाज टिम पेन की वापसी हुई है. इसके बारे में रिपोर्ट गुरुवार को रात ही आनी शुरू हो गई थीं कि 32 साल के टिम पेन की टीम में वापसी हो गई है. उन्होंने अपने चयन के साथ मैथ्यू वेड को टीम से बाहर का रास्ता दिखवा दिया और युवा पीटर नेविल और एलेक्स कैरी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
इडियट सेलेक्टर्स-
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर खिलाड़ी स्टुअर्ट मैकगिल ने पीटर नेविल को टीम में शामिल न किये जाने पर नाराजगी जताई. उन्होने कहा, मुझे समझ नही आता आखिर खिलाड़ियों के चयन का तरीका क्या है?.. इन्हें चयनकर्ता किसने बनाया है. हमे फेरी मैकफेरीफेस को भूल जाना चाहए और हमे फिर से इन पागल लोगों (चयनकर्ताओं) के लिए वोट करना चाहिये.
उन्होंने सवाल किया कि, यदि नेविल इस कारण टीम में जगह बनाए में नाकाम रहे क्योंकि उन्होंने और अधिक रन नही बनाए तो एक बार जरा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को अपना वह समय याद करना चाहिए जब वह पहली बार एशेज के लिए चुने गये थे. उस समय उनका प्रदर्शन कैसा था?.
इन खिलाड़ियों ने भी चयन पर दी अपनी राय-
ऑस्ट्रेलिया टीम के चयन पर पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिल्क्रिस्ट ने हालंकि, चयन का समर्थन करते हुए कहा कि, वह इस टीम के चयन से खुद को संतुष्ट महसूस कर रहे हैं वहीं विष्फोटक बल्लेबाज क्रिस लिन ने कहा, इस समय सभी को टीम का साथ देना चाहिए.