सोमवार को चयनकर्ताओं ने न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ 22 सितम्बर से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया का एलान किया. भारतीय क्रिकेट फैन्स ऐसी उम्मीद लगाए बैठे थे कि उन्हें लम्बे वक़्त बाद सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर को टीम इंडिया के लिए एक बार फिर खेलते हुए देखने का मौका मिलेगा.
लेकिन चयनकर्ताओं ने टीम में कोई बदलाव करना ठीक नहीं समझा. जिस टीम ने वेस्ट इंडीज़ का दौरा किया था वही टीम न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ आगामी श्रृंखला के लिए भी चुनी गयी है. टीम में केवल दो बदलाव है लेकिन कोई भी खिलाड़ी टीम में शामिल नहीं किया गया, बल्कि ऑल राउंडर स्टुअर्ट बिन्नी और तेज़ गेंदबाज़ शार्दुल ठाकुर को टीम से बाहर कर दिया गया.
शार्दुल को टीम में खेलने का मौका नहीं मिला था लेकिन बिन्नी वेस्ट इंडीज़ दौरे पर कुछ खास नहीं कर पाए थे. बिन्नी को वेस्ट इंडीज दौरे पर कोई टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन जिस ट्वेंटी ट्वेंटी में उन्हें टीम में शामिल किया गया था उस मैच में उन्होंने एक ही ओवर में 32 रन लुटा दिए. जिसके बाद चयनकर्ताओं का उनपर से भरोसा ख़त्म हो गया.
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जब टीम का चयन चल रहा था गंभीर और बाकी कई खिलाड़ी दुलीप ट्राफी का फाइनल मैच खेल रहे थे, जहाँ टीम में अपनी जगह बरक़रार रखने वाले शिखर धवन और रोहित शर्मा बुरी तरह फ्लॉप रहे. जबकि गौतम गंभीर ने लगातार घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन बरक़रार रखते हुए दुलीप ट्राफी में चार अर्धशतक लगाए, जिसमे से उनके दो स्कोर थे 90 और 94.
ज़ाहिर सी बात है कोई भी खिलाड़ी जिसने देश के लिए बेहतरीन योगदान दिया हो, टीम में वापसी न मिलने पर निराश होगा. गंभीर ने 2007 ट्वेंटी ट्वेंटी विश्वकप और 2011 विश्वकप के फाइनल मुकाबलों में भारत की जीत में अहम योगदान निभाया था. और ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि गंभीर की उन दो पारियों के बिना हमे विश्वकप में जीत मिलना मुश्किल था.
गंभीर ने अपनी निराशा एक बेहतरीन तरीके के साथ ट्विटर पर व्यक्त की है.
I’m disappointed but not defeated; I’m cornered but not a coward. Grit my partner, courage my pride…for, I must fight, I must fight…
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) September 12, 2016
गंभीर ने लिखा कि,
” मैं निराश हूं लेकिन पराजित नहीं. मुझे नज़रंदाज़ किया गया लेकिन मैं कायर नहीं. धैर्य मेरा साथी, साहस मेरी शान, जिसके लिए मुझे लड़ना है, मुझे लड़ना है.”
भारतीय टीम –
विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, शिखर धवन, लोकेश राहुल, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, रिद्धिमन साहा, रविचंद्रन अश्विन, रविन्द्र जडेजा, इशांत शर्मा, उमेश यादव, मोहम्मद शमी, अमित मिश्रा, भुवनेश्वर कुमार.