आईसीसी महिला विश्वकप 2017 का फाइनल मैच भारत और इंग्लैंड की महिला टीम के बीच रविवार 23 जुलाई को लॉर्ड्स के मैदान में खेला गया, जिसे मेजबान इंग्लैंड की टीम ने भारत को 9 रनों से हराकर जीत लिया.महिला विश्वकप फाइनल: सचिन और कोहली नही बल्कि इस खिलाड़ी के आउट होने के बाद टीवी बंद कर देती थी हरमनप्रीत कौर
भारतीय महिला क्रिकेट टीम से इस फाइनल मैच में कुछ छोटी-छोटी गलतियाँ हुई जिसके कारण भारतीय टीम को ख़िताब से दूर रहना पड़ा भारतीय टीम के लिए इस मैच में सबसे दुखद क्षण कप्तान मिताली राज का रन आउट होना रहा, जिसकी देश भर में खूब चर्चा भी हुई, इएसपीएन के वरिष्ट खेल पत्रकार गौरव कालरा ने एक ट्विट किया है, जिसमे उन्होंने मिताली के रन आउट होने के बारे में मिताली राज का एक इंटरव्यू भी छापा है.
ये रहा इएसपीएन के वरिष्ट खेल पत्रकार गौरव कालरा का ट्विट
Important detail – @M_Raj03 explains her much discussed run out in the final in TOI interview – clearly even TV doesn't pick up everything! pic.twitter.com/wqCmEgXOc9
— Gaurav Kalra (@gauravkalra75) July 25, 2017
इएसपीएन के वरिष्ट खेल पत्रकार गौरव कालरा ने ट्विट करते हुए मिताली राज का समाचार पत्र टीओआई को दिया गया एक इंटरव्यू अपने ट्विटर अकाउंट पर छापते हुए लिखा “महत्वपूर्ण विवरण – मिताली राज ने टीओआई को दिए गए अपने इंटरव्यू में रन आउट होने के कारण को बताया है- स्पष्ट रूप से टीवी भी सब कुछ नहीं दिखा पाता है!”
पिच में स्पाइक फसने की वजह से हुई रन आउट
टीओआई के समाचार पत्र की रिपोर्ट में मिताली के इंटरव्यू के अनुसार मिताली ने कहा है “मेरे रन आउट होने की वजह पिच में मेरे स्पाइक फंसना रही जब पूनम ने मुझे रन लेने के लिए बुलाया, तो मैंने उसे रिस्पांस किया मगर जब मैं आधी क्रीज में पहुँची तो मेरे स्पाइक पिच में फंस गए पर ये सब शायद टीवी कैमरे में नहीं दिखाया गया.”
रन आउट हार की रही सबसे बड़ी वजह
भारतीय महिला कप्तान मिताली राज का रन आउट होना भारत के लिए फाइनल मैच में बहुत भारी पड़ा मिताली इस महिला विश्वकप में शानदार फॉर्म में चल रही थी अगर वो रन आउट के रूप में अपना विकेट नहीं गवाती तो जरुर वह भारतीय टीम को लक्ष्य के पार पहुँचा देती.महिला विश्वकप फाइनल: 16.1 ओवर में सुषमा वर्मा ने मिताली राज के साथ मिलकर किया कुछ ऐसा आ गयी प्रसंशको को धोनी की याद
मध्यक्रम व निचला क्रम दबाव में गया बिखर
भारतीय महिला टीम का मध्यक्रम व निचला क्रम दबाव में बिखर गया और इसी के चलते एक समय पक्की लग रही जीत में भारत को 9 रन से शिकस्त का सामना करना पड़ा, भारत के आखरी 7 विकेट महज 28 रन ही जोड़ सके.