टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रहे गौतम गंभीर और दिल्ली क्रिकेट टीम के कोच केपी भास्कर के बीच रणजी सत्र के दौरान टीम के सेलेक्शन लेकर हुए विवाद पर डीडीसीए हरकत में आ गया है। और गौतम गंभीर और दिल्ली कोच केपी भास्कर के बीच के विवाद को लेकर गौतम गंभीर पर चार प्रथम श्रेणी मैचों के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। मार्च में हुए इस मामलें पर आखिरकार अब फैसला आ ही गया।
गंभीर ने कुछ इस तरह की दी थी प्रतिक्रिया
आपको बता दें, कि मार्च में खत्म हुए रणजी सत्र के में एक मैच के दौरान गौतम गंभीर ने कोच के साथ हुए विवाद के बाद कोच केपी भास्कर को जमकर खरी-खो़टी सुनाई थी। गौतम गंभीर ने दिल्ली क्रिकेट टीम के कोच केपी भास्कर पर ड्रेसिंग रूम में असुरक्षित माहौल पैदा करने का आरोप लागाया था। जिसके बाद दिल्ली एवं जिला क्रिकेट एसोसिएशन में बडा़ बवाल मचा था। इस मामले को लेकर एक जांच कमेटी भी गठित की गई थी। गौतम गंभीर ने विश्वकप 2011 के फाइनल मैच को लेकर साझा किया एक खास पल, बताया वीरू के आउट होने के बाद कैसे बदल गये थे मैच के हालत
जांच कमेटी ने गौतम के व्यवहार को बताया गंभीर
भारतीय टीम से पिछले कई समय से गौतम गंभीर बाहर हैं और वो भारतीय टीम में वापसी करने की पूरी कोशिश में लगे हुए हैं। इसी साल दिल्ली के कोच केपी भास्कर के साथ गौतम गंभीर का टीम सेलेक्शन को लेकर बड़ा जबरदस्त विवाद हो गया था। इस मामले को लेकर दिल्ली और जिला क्रिकेट एसोसिएशनके प्रशासक जस्टिस विक्रमजीत सेन द्वारा गठित जांच समिति के अध्यक्ष मदनलाल, राजेन्द्र आर राठौर और वकील सोनी सिंह ने इस मामलें की तहकीकात करने के बाद गौतम गंभीर को दोषी करार दिया है और गौतम गंभीर के व्यवहार को गंभीर और अनुचित बताया है।
मामले को जांच कमेटी ने लिया गंभीरता से
गौतम गंभीर और दिल्ली के कोच केपी भास्कर के बीच हुए इस विवाद को लेकर विक्रमजीत सेन ने कहा कि “जांच समिति के सदस्य इस बात से सहमत है कि इस पूरे मामलें के तथ्यों और परिस्थितियों को देखते हुए मि. गंभीर ने कोच केपी भास्कर को अपमानित करने के लिए इस तरह का अनुचित व्यवहार किया। इस मामले और अनुशासनहीनता को देखते हुए इनके अनुचित व्यवहार पर दंडित किया जाना चाहिए। इस तरह के सभी मुद्दों को जांच कमेटी के सभी सदस्यों ने गंभीरता से लिया है।“गंभीर ने सेना को लेकर फिर दिया बयान , बयान सुन कर बढ़ जाएगी इस खिलाड़ी के लिये इज्जत