टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रहे गौतम गंभीर और दिल्ली क्रिकेट टीम के कोच केपी भास्कर के बीच हाल ही में टीम को लेकर हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ दिन पहले डीडीसीए ने दोनों को सुनवाई के लिए बुलाया था। गौतम गंभीर के साथ टीम के कोच के विवाद के बाद डीडीसीए ने टीम के मैनेजर शंकर सैनी के साथ ही गंभीर और केपी भास्कर को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाया था।
दिल्ली एवं डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के प्रशासनिक न्यायाधिश विक्रमजीत सेन इस मामले पर टीम के सीनीयर खिलाड़ी गौतम गंभीर और टीम के कोच केपी भास्कर के बीच हुए विवाद पर इन दोनो को चर्चा की, लेकिन इसके बाद भी ये मुद्दा सुलझ नही पाया है। लम्बे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे गौतम गंभीर ने कहा हाँ दोषी हूँ मैं
गंभीर और कोच केपी भास्कर के बयान लेने के बाद न्यायमूर्ति विक्रमजीत सेन इस मामने को लेकर एक जांच कमेटी बनाई है। जो इस मामले की जांच में जुटी हुई है। लेकिन उस समय सेन ने इस मामले पर अपनी ओर से कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया था।
भारत के सफलतम सलामी बल्लेबाजों में शुमार रहे गौतम गंभीर ने इस मुद्दे पर फिर ट्वीटर के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी है। गंभीर ने अपने ट्वीटर पर कहा है कि, “जब आप कोई अच्छा काम करने लगते है तो आपके दुश्मन अपने आप बनने लगते है। अगर आपके दुश्मन बढ़ रहे है तो अच्छा है, आप किसी के लिए कोई अच्छा काम करने के लिए खड़े है।” सुनवायी के बाद भी नहीं थमा गंभीर और केपी भास्कर विवाद, बनेगी जांच कमेटी
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) March 15, 2017
आपको बता दें, कि दो दिन पहले ही गौतम गंभीर ने कोच के साथ हुए विवाद के बाद कोच केपी भास्कर को जमकर खरी-खो़टी सुनाई थी। गौतम गंभीर ने दिल्ली क्रिकेट टीम के कोच केपी भास्कर पर ड्रेसिंग रूम में असुरक्षित माहौल पैदा करने का आरोप लागाया था। गंभीर हुए फेल तो वही शतक से ज़रा सा चूके ऋषभ पंत, लेकिन फिर भी टीम ने हासिल की सीरीज की पहली जीत