न्यूज़ीलैण्ड सीरीज के लिए चयनकर्ताओ द्वारा नज़रंदाज़ किये गए सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर ने भारत को आगाह किया है, कि न्यूज़ीलैण्ड टीम को हल्के में ना ले. हाल में इंडिया ब्लू की कप्तानी करते हुए गंभीर ने दुलीप ट्राफी पर कब्ज़ा किया था, इससे साथ ही गौतम ने बल्ले से भी बेहद शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन फिर वह में जगह बनाने में नाकाम रहे थे.
आगामी न्यूज़ीलैण्ड सीरीज के बारे में बात करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कई क्रिकेट विशेषज्ञ न्यूज़ीलैण्ड को बेहद हल्के में आंक रहे हैं, लेकिन ऐसी परिस्तिथियों में कीवी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं. केन विलियमसन की कप्तानी वाली युवा कीवी टीम भारत में इतिहास रचने के इरादे से भारत आई है.
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गौतम गंभीर ने गुरूवार को रिपोर्टर से बात करते हुए कहा “न्यूजीलैंड की टीम हमेशा ही जुझारू किस्म की टीम रही है, उन्हें हमेशा एक अंडरडॉग टीम की तरह आंका जाता है, कोई भी उन्हें जीत का दावेदार नहीं मानता है, लेकिन उन्होंने हमेशा ही हर तरह की परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन किया है”
गौतम गंभीर ने यह भी कहा कि न्यूज़ीलैण्ड के पास एक मजबूत स्पिन गेंदबाजी है, जोकि भारतीय परिस्तिथि में भारतीय बल्लेबाजों को मुश्किल में डाल सकती हैं.
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गंभीर ने कहा “उनकी टीम अच्छी है. उसने पास टीम में तीन स्पिनर (मिशेल सैंटनर, ईश सोढी और मार्क क्रेग) शामिल हैं तो जिस भी टीम के स्पिनर अच्छी गेंदबाजी करेंगे, उसी से सीरीज के नतीजे का फैसला होगा”.
34 वर्ष के सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर ने अपने चयन के बारे में बात करते हुए कहा कि “सच कहूँ तो मैं चयन के लिये नहीं खेलता. मेरा काम रन बनाना है और मैं इसी पर अपना ध्यान केंद्रित रखता हूँ. आपको मैदान पर जाकर सिर्फ उन्हीं चीजों पर नियंत्रण करना चाहिए जिन पर आप नियंत्रण कर सकते हो, बाकी सब काम चयनकर्ताओं का है. चयनकर्ता जो भी निर्णय करते हैं, वो उनकी आपसी सहमति से होती है. मेरा काम है अपनी टीम को जीत दिलाना”.
“मेरा मानना है कि दर्शकों को क्रिकेट की ओर आकर्षित करने के लिये हमें लाल गेंद के जगह गुलाबी गेंद से खेलने की जरूरत नहीं है, ऐसा तब करने के जरुरत है जब आपको लगे कि लाल गेंद से नतीजे नहीं मिल रहे हो”
अंत में गौतम गंभीर ने कहा “आजकल बहुत कम टेस्ट मैच हमे ड्रा होते दिखाई दे रहे है. टेस्ट क्रिकेट पारंपरिक फॉर्मेट है और इसमें कोई बदलाव नहीं करना चाहिए. आप टी-ट्वेंटी और एकदिवसीय क्रिकेट में गुलाबी गेंद से प्रयोग कर सकते हो, इसमें नुकसान की कोई गुंजाईश नहीं है”.