यह सही है, कि जितना पैसा बीसीसीआई भारतीय खिलाड़ियों को देती है, उतना कोई भी बोर्ड अपने खिलाड़ियों को नहीं देता और इसका जीता जगता उदाहरण है, न्यूज़ीलैंड के आलराउंडर खिलाड़ी क्रिस केर्न्स जिन्हें आज अपना जीवन यापन करने के लिए काफी मुश्किल परिस्थियों का सामना करना पड़ रहा है.
दिग्गज क्रिकेटर सर विवियन रिचर्ड्स के टेस्ट में सर्वाधिक छक्को के रिकार्ड्स को तोड़ने वाले न्यूज़ीलैंड के इस महान आलराउंडर खिलाड़ी को अपने जीवन यापन के लिए अब ट्रक चलाना पड़ रहा है.
अपने समय के इस बेहतरीन आलराउंडर्स ने वैसे तो अपना अधिकांस समय चोट की वजह से फिल्ड के बाहर ही बिताया, लेकिन जब भी यह खिलाड़ी बल्लेबाजी के लिए उतरा हमेशा एक नया रिकार्ड बनाया.
एक समय था जब न्यूज़ीलैंड की क्रिकेट टीम पूरी तरह से इस खिलाड़ी पर निर्भर हुआ करती थी और आज क्रिकेट का यह दिग्गज खिलाड़ी पैसो की कमी की वजह से अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए ट्रक चलाना और बस शेल्टर साफ करना पड़ रहा है.
यह वही खिलाड़ी है, जिसने सन 2000 में चैम्पियंस ट्राफी जितने की दहलीज पर खड़ी टीम इंडिया से चैम्पियंस ट्राफी छीन कर न्यूज़ीलैंड की झोली में डाल दिया था. इस खिलाड़ी ने चैम्पियंस ट्राफी के उस फाइनल मैच में 102 रनों की नाबाद पारी खेली थी.
ये वही खिलाड़ी है, जिसने पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी द्वारा मैच फिक्सिंग का आरोप लगाए जाने पर उनके खिलाफ 90हजार यूरो का केस किया और जीता.