श्रीलंका में चल रही भारत और श्रीलंका के बीच टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम लगातार मेजबानो को बैकफुट पर धकेले हुए है. पहले दो मैच जीत कर सीरीज अपने नाम कर चुकी टीम ने तीसरे मैच में भी कड़ा शिकंजा कस लिया है. पूरी टीम इस समय मिलकर प्रदर्शन कर रही है, लेकिन सबसे अधिक यदि किसी ने प्रभावित किया है, तो वह हैं इस सीरीज में अपने टेस्ट कैरियर का आगाज करने वाले हार्दिक पंड्या.
जिन्होंने अपने खेल के दम पर सभी को अपना प्रसंशक बना लिया है. अब भारतीय अन्तराष्ट्रीय टीम को चुनने वाली समिति के अध्यक्ष एम्एसके प्रसाद ने पंड्या को पूर्व महान खिलाड़ी कपिल देव की बराबरी पर ला खड़ा किया है.
बस करना होगा यह काम-
जब उनसे पूछा गया कि क्या अगले ऑलराउंडर की तलाश खत्म हो गई है, तो प्रसाद ने कहा “हां”.
उन्होंने कहा, कि “पंड्या में निश्चित तौर पर महान कपिल देव की बराबरी करने की ताकत है, बशर्ते उसे इसके लिए लगातार प्रदर्शन करना होगा.”
उन्होंने यह भी कहा कि “वे पांड्या को इस रूप में देख कर बहुत खुश हैं। पांड्या से पहले, स्टुअर्ट बिन्नी भी आल राउंडर के तौर पर उभर कर आए थे, लेकिन वह अपने प्रदर्शन को बरकरार नही रख पाए और लम्बे समय के लिए बाहर हो गये. पंड्या ने पहले टेस्ट में एक अर्धशतक बनाया और चल रहे मैच में एक शतक के साथ अपनी जगह को और मजबूत कर दिया.”
सभी संस्करणों में किया है साबित-
मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद विशेष रूप से आलराउंडर के लिए खुश हैं, क्योंकि उन्होंने अब क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में अपना स्थान बना लिया है. प्रसाद ने कहा “पंड्या ने खुद को खेल के छोटे प्रारूप में स्थापित किया है और यह मौका उसके लिए खेल के सबसे लंबे प्रारूप में एक जगह बनाने के लिए महत्वपूर्ण था.”
कोहली ने कहा बेन स्ट्रोक्स-
पूर्व विकेटकीपर ने कहा, “उन्होंने खुद को कम प्रारूप (ओडीआई और टी -20) में बहुत अच्छी तरह से स्थापित कर लिया है और इस टेस्ट श्रृंखला ने उन्हें सबसे लंबे प्रारूप में खुद को स्थापित करने के लिए एक अच्छा मंच दिया है. मुझे यह कहते हुए बहुत प्रसन्नता है कि आल राउंडर के लिए हमारी खोज हार्दिक के रूप में सफल रही है”
प्रसाद ने पीटीआई से कहा, “अगर वह मैदान पर रहता है, तो मुझे यकीन है कि आने वाले समय में मैं कपिल देव से तुलना कर रहा हूं.” 1994 में कपिल की सेवानिवृत्ति के बाद से, भारत अपने कैलिबर के ऑलराउंडर को कभी नहीं पा सका.
कप्तान विराट कोहली ने इससे पहले ऑलराउंडर का समर्थन किया और बेन स्टोक्स से भी उनकी तुलना की. कोहली ने पंड्या की पहली टेस्ट अर्धशतक गॉल में कहा था, “मुझे कोई कारण नहीं दिख रहा है कि जो बेन स्टोक्स इंग्लैंड के लिए कर रहे हैं, हार्दिक भारत के लिए ऐसा नहीं कर सकते.”