भारतीय इतिहास के सफलतम कप्तान के रूप में याद रहेंगे धौनी : द्रविड़ 1

नई दिल्ली, 6 जनवरी (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने महेंद्र सिंह धौनी के एकदिवसीय और टी-20 टीमों की कप्तानी से इस्तीफा देने के फैसले को सही बताते हुए कहा कि इतिहास उन्हें भारत के सबसे सफल कप्तान के रूप में याद रखेगा। द्रविड़ ने कहा कि धौनी ने अपने समय में कप्तान के तौर पर टीम और खेल को देश में नए आयाम दिए।

द्रविड़ के 2007 में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान पद से इस्तीफा देने के बाद धौनी को टीम की कमान सौंपी गई थी।

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वेबसाइट ‘ईएसपीएनक्रिकइन्फो’ ने द्रविड़ के हवाले से लिखा,

“धौनी के लिए कौन सी उपलब्धि हासिल करनी बाकी है? भारत के लिए सबसे अधिक टेस्ट मैच जीतने वाले खिलाड़ी, टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष स्थान हासिल करने वाले, टी-20 विश्व कप, चैम्पियंस ट्रॉफी, विश्व कप जीतने वाले, एकदिवसीय कप्तान रहते हुए सबसे अधिक मैच जीतने वाले। मैं आंकड़ों को लेकर बहुत दक्ष नहीं हूं, लेकिन मुझे पता है कि धौनी भारतीय टीम के सफल कप्तान के रूप में सभी आंकड़ों में भारी पड़ेंगे।”

द्रविड़ ने कहा, “धौनी को किसी अन्य खिलाड़ी के नेतृत्व में खेलने का आदी होने के लिए थोड़ा समय लगेगा, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह कोई बड़ा मुद्दा होगा।”

उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि यह धौनी के लिए मुश्किल होगा। अपने निजी अनुभव से कहूं, तो दूसरे खिलाड़ी के नेतृत्व में खेलने का आदी होने में थोड़ा समय लगता है, लेकिन 2007 में कप्तानी संभालने से पहले धौनी ने काफी समय एक खिलाड़ी के तौर पर खेला था। मुझे पूरा भरोसा है कि वह जिस प्रकार के खिलाड़ी हैं और जैसा उनका व्यक्तित्व है, यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं हो सकता।”

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भारतीय कप्तान के तौर पर धौनी के सबसे बड़े योगदान के बारे में इंडिया-ए और भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम के कोच द्रविड़ ने कहा, “इतने साल में भारतीय क्रिकेट में कई उतार-चढ़ाव आए हैं, लेकिन मेरी नजर में धौनी ऐसी स्थिति में शांत व्यवहार और संतुलन बनाए रखने में सफल रहे। यह उनकी एक अद्वितीय क्षमता और ताकत है और इससे भारतीय क्रिकेट को काफी फायदा हुआ है।”

द्रविड़ ने कहा कि धौनी का अनुभव और ज्ञान एकदिवसीय और टी-20 क्रिकेट टीम के नए कप्तान विराट कोहली के लिए अमूल्य होगा।

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उन्होंने कहा, “इसमें कोई शक नहीं है कि धौनी का अनुभव और ज्ञान अमूल्य होगा। इस प्रकार का अनुभव, ज्ञान और क्षमता को हासिल कर पाना, विशेषकर दवाब की स्थिति में, आसान नहीं होता।”