दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज स्टीफेन कुक ने हाल में ही ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेले गए तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे मैच में शानदार शतक लगाया था, जिसके बाद उन्हें श्रीलंका दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया, जिसका भरपूर फ़ायदा उठाते हुए उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में ही शतक ठोक डाला और टीम में अपने चयन को सही साबित किया.
34 साल के स्टीफेन कुक ने सेंट जोर्ज पार्क के पोर्ट एलिज़ाबेथ मैदान में श्रीलंकन टीम के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए शानदार शतक लगाया, जिसके चलते अफ्रीकन टीम ने श्रीलंका पर दूसरी पारी में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 432 रनों की भारी बढ़त बना ली है.
यह भी पढ़े : भारतीय टीम के फिटनेस कोच शंकर बासु के अचानक दिए इस्तीफे का कारण आया सामने
शतक लगाने के बाद कुक ने कहा,
“टेस्ट क्रिकेट में खेलना हमेशा ही कठिन होता है जब मैंने ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध शतक लगाया था, तो वह समय मेरे जीवन का सबसे बढ़िया और बड़ा था उस शतक के बाद ही मुझे फिर से श्रीलंका के खिलाफ टीम में शामिल होने का मौका मिला और मैंने उसका फ़ायदा उठाया.”
अपनी बल्लेबाजी को लेकर स्टीफेन ने कहा,
“ओपनिंग बल्लेबाजी करते समय मेरे साथी खिलाड़ी डीन एलगर ने मेरा बखूबी साथ दिया और उनके साथ बल्लेबाजी करते हुए मैंने भरपूर आनंद लिया. सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेलते हुए हमेशा से ही एक साझेदारी की जरुरत होती है, जिससे टीम को अच्छी शुरुआत मिल सके और हम दोनों ने वही किया. ऑस्ट्रेलिया में खेलने का अनुभव यहाँ काम आया और मैंने टीम के लिए अच्छी पारी खेली.”
कुक ने पहली पारी में 117 और दूसरी पारी में 59 रन बनाये. दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 286 रन बनाये थे. जिसके जवाब में श्रीलंका की पूरी टीम 205 रन ही बना सकी और ऑल आउट हो गयी. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक अफ्रीका ने 432 रनों की बढ़त बना ली है.