भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही 4 टेस्ट मैचो की सीरीज का दूसरा बैंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया. मैच में भारतीय ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 75 रनों से जीत दर्ज किया और सीरीज में 1-1 की बराबरी किया.
बैंगलोर टेस्ट खत्म होने के दिन बाद आईसीसी ने एक आधिकारिक बयान में कहा है, कि किसी भी खिलाड़ी के खिलाफ आचार संहिता के तहत कोई आरोप नहीं लगाया गया है.अब पाकिस्तान में टी-20 खेलते नजर आयेंगे विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी, आईसीसी ने दी सीरिज की मंजूरी
मैच के बाद के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया कप्तान स्टीव स्मिथ पर मैच में चीटिंग करने का आरोप लगाया था, दरअसल मैच के दौरान स्मिथ ने डीआरएस रेफ़रल लेने के लिए ड्रेसिंग रूम से इनपुट लेने के कोशिश की थी. दूसरी ओर स्मिथ ने कोहली का जवाब देते हुआ कहा, कि कोहली का यह बयान दिमाग की कमी दर्शाता हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कप्तान विराट कोहली ने यह भी कहा था, कि ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी इस तरह की हरकत पहले भी कई बार चुके हैं.विडियो : ग्लेन मैक्सवेल का सुपरमैन अवतार, लिया अद्भुत कैच
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा, “हमने दोनों टीम के खिलाड़ियों के बीच एक शानदार मैच देखा, मैच के बाद और मैच के दौरान दोनों टीम के खिलाड़ियों की भावनाए चर्म पर रही. हम दोनों टीमों को अगले सप्ताह रांची में तीसरे टेस्ट पर अपनी एनर्जी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. इससे पहले, मैच रेफरी दोनों कप्तानों को एक साथ मिलकर खेल में अपनी जिम्मेदारियों को याद रखने के लिए कहेगे.”
क्या था सारा मामला?
दुसरे टेस्ट के तीसरे दिन स्टीव स्मिथ को भारतीय तेज गेंदबाज़ उमेश यादव की गेंद पर अंपायर में एलबीडब्ल्यू करार दिया, जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ असमंजस में दिखे की वह डीआरएस ले या नहीं. स्मिथ ने नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े पीटर हैंड्सकोंब से भी मदद ली लेकिन वह आश्वस्त नहीं दिखे, जिसके बाद स्मिथ ड्रेसिंग रूम की और मुड़कर वहां से इनपुट लेने की कोशिश किया, जोकि फील्ड अंपायर और भारतीय कप्तान विराट कोहली को कतई पसंद नहीं आया, और यह सारा विवाद खड़ा हो गया.