वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के बीच खेली जा रही 3 टेस्ट मैचो की सीरीज के तीसरे टेस्ट के पांचवे दिन मेहमान पाकिस्तान ने वेस्टइंडीज को 101 रनों से हराकर सीरीज पर कब्ज़ा किया, जिसके बाद कप्तान मिस्बाह उल हक़ और यूनिस खान ने अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा. #FLASHBACK आज ही के दिन मिली थी 2011 विश्वकप की सबसे बड़ी जीत, जिसका जश्न फाइनल से ज्यादा मनाया गया था
मिस्बाह और यूनिस ने सीरीज जीत के साथ अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा
पाकिस्तान के कप्तान मिस्बाह उल हक़ और दिग्गज पाकिस्तानी बल्लेबाज़ यूनिस खान ने वेस्टइंडीज सीरीज शुरू होने के पहले संन्यास की घोषणा की थी. तीसरे टेस्ट के पांचवे दिन स्पिनर यासिर शाह की गेंदबाजी के कारण पाकिस्तान ने पहली बार वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज जीती.
आख़िरी टेस्ट में जीत के बाद भावुक हुए मिस्बाह
तीसरे टेस्ट में जीत के साथ सीरीज पर कब्ज़ा करने के बाद मिस्बाह ने कहा, “इससे अच्छा कुछ नहीं(जीत) हो सकता. मैंने अपने करियर में जो सफ़लता हासिल किया और उसके बाद आख़िरी टेस्ट में जीत, इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता.” चैंपियंस ट्रॉफी से पहले ही हो गयी फाइनल मुकाबले की भविष्यवाणी, मेज़बान इंग्लैंड नहीं बल्कि ये 2 टीमें खेलेंगे खिताबी जंग
“पांचवे दिन के शुरुआत तक मैच किसी के भी पक्ष में नहीं था. दोनों टीम काफ़ी दवाब में थी गेंदबाज़ो को श्रेय देना चाहिए, जिन्होंने धीमी पिच पर अच्छी गेंदबाजी की, खासतौर पर तेज गेंदबाज़ो को.”
मिस्बाह ने यूनिस के साथ टेस्ट क्रिकेट का आनंद
टेस्ट क्रिकेट में यूनिस खान और मिस्बाह उल हक़ की केमिस्ट्री बेहद ख़ास रही हैं, दोनों खिलाडियों ने साथ मिलकर 3213 रनों की साझेदारी की है, जोकि इस दौरान पाकिस्तान टीम में किसी जोड़ी ने नहीं की हैं. मिस्बाह ने अपने करियर को याद करते कहा, कि ”इतिहास के पन्नों में मुझे यूनिस खान के साथ याद किया जाएगा.” तमाम सुविधाओं से सजा है महेंद्र सिंह धोनी का नया घर, कीमत सुनकर चौंक जायेंगे आप, देखें कहा मिला धोनी को नया आशियाना
मिस्बाह ने यूनिस खान का धन्यवाद करते हुए कहा,
“यूनिस के लिए विशेष धन्यवाद. उन्हें शुभकामनाएं. उनके साथ एक बहुत अच्छी जर्नी थी, विशेष रूप से मिडल में(बल्लेबाज़ी के दौरान), हमने मिलके कई बड़ी साझेदारियां की हैं, वो हर पल बहुत प्यारा था.”
“इतिहास के पन्नों में मेरा नाम उनके(यूनिस) साथ आएगा. वह एक लीजेंड है. वह पाकिस्तान के लिए एक टॉप पर्फोमेर हैं. 34 शतक और 10,000 रन. यह कुछ खास है, कि मेरा नाम उनके साथ आएगा.” सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बाद अब इस दिग्गज ने भी किया भारतीय टीम के चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने का समर्थन