भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच वनडे मैचों की सीरीज के चेपॉक में खेल गये पहले मुकाबाले में भारत ने 26 रन से जीत दर्ज की है. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी और हार्दिक पांड्या की शानदार पारी की बदौलत 281 रन बनाए थे.
ऑस्ट्रेलिया के सामने बारिश की वजह से 21 ओवर में 164 रन का लक्ष्य रखा गया था. मेहमान टीम 9 विकेट पर 137 रन ही बना सकी. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यहाँ 30 साल में पहली बार मुकाबला खेला गया. इस तरह भारत ने 30 साल बाद अपना बदला चुकता किया.
वर्ल्डकप का तीसरा कड़ा मुकाबला-
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया एकदिवसीय मुकाबला चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में महज़ दूसरी बार हुआ, जबकि 30 साल में यह पहला अवसर रहा, जब चेपॉक में दोनों के बीच वनडे मुकाबला हुआ. इससे पहले चेन्नई में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला मुकाबला 9 अक्टूबर 1987 को हुआ था. तब चेपॉक में पहली बार कोई वनडे मुकाबला खेला गया था. साथ ही 1987 के वर्ल्डकप का वह तीसरा मैच था.
रोमांच के चरम पर जाकर ख़त्म हुआ था मैच-
1983 का वर्ल्डकप जीतने बाले भारत ने 1987 वर्ल्डकप की मेजबानी की. 1987 के इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने एलन बॉर्डर की कप्तानी में भारत को 271 रनों का लक्ष्य दिया था. वहीं भारत के कप्तान कपिल देव थे.
जवाब में भारत की टीम 50वें ओवर की पांचवीं गेंद पर 269 रनों पर सिमट गई. मनिंदर सिंह के बोल्ड होते ही टीम इंडिया वह रोमांचक मुकाबला एक रन से हार गई थी. मनोज प्रभाकर दूसरे छोर पर नाबाद रहे. के. श्रीकांत (70 रन) और नवजोत सिद्धू (73 रन) की पारियां काम नहीं आई.
रोहित पीते थे दूध तो विराट पैदा भी नही हुए थे-
कपिल देव की कप्तानी में भारत वह मैच मात्र एक रन से हार गया था. तब से भारत इस हार का बदला लेना चाहता था, जो 30 साल बाद जाकर पूरा हुआ. जब भारत ने वह मैच हारा था तब कप्तान विराट कोहली और कप्तान स्टीव स्मिथ पैदा भी नही हुए थे. जबकि रोहित शर्मा और ऑस्ट्रेलियाई डेविड वार्नर दुधमुहे बच्चे थे.