भारतीय क्रिकेट टीम के हिटमैन रोहित शर्मा ने रविवार को धर्मशाला में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच में उतरने के साथ ही भारतीय टीम के लिए अपनी कप्तानी का डेब्यू किया। रोहित शर्मा को भले ही अपने पहले ही कप्तानी वाले मैच में हार मिली हो लेकिन आखिर कप्तानी का मौका तो रोहित शर्मा को मिल ही गया।
जब रोहित के बल्ले से बरसे थे रन ही रन
रोहित शर्मा ने भले ही भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अब तक कई यादगार मैच खेले हैं। रोहित शर्मा ने अपने अब तक के करियर में अपनी तूफानी बल्लेबाजी का जबरदस्त नमूना पेश किया है लेकिन रोहित शर्मा ने एक बार वनडे क्रिकेट इतिहास में ऐसी पारी खेल डाली कि रोेहित के रौद्र रूप के बदौलत भारतीय टीम ने आखिरी पांच ओवरों में 101 रन जुटाए। अगर आखिरी 5 ओवरों में इतने रन बनें हो तो आप आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं, कि रोहित ने किस कदर विरोधी गेंजबाजों की धुनाई की होगी।
कहानी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरे शतक की
जी हैं ये मैच हैं रोहित शर्मा के पहले डबल ब्लास्ट का यानि रोहित की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2 नवंबर 2013 को खेली गई 209 रनों की पारी की। रोहित शर्मा इस मैच में भारतीय पारी के 45 ओवर तक तो नहीं लग रहे थे कि वो इस मैच में दोहरा शतक भी कर सकते हैं, लेकिन रोहित ने आखिरी 5 ओवरों में जो किया उसे पूरी दुनिया ने देखा और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने झेला।
शुरूआत में बहुत धीमे थे रोहित शर्मा
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बैंगलुरू में खेले गए सीरीज के आखिरी वनडे मैच में भारत ने टस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय टीम ने अपने पहले दो विकेट 113 रनों पर गंवा दिए थे। जिसके बाद रोहित ने जिम्मेदारी से बल्लेबाजी करते हुए धीरे-धीरे 71 गेंदो में अपना अर्धशतक पूरा किया।
रोहित ने अपना खेल जारी रखा और एक छोर संभाले रहे। भारतीय टीम ने 34 ओवरों में 4 विकेट खोकर 208 रन बना लिए थे। रोहित धीरे-धीरे अपनी बल्लेबाजी का गियर बदलने की कोशिश में लगे हुए थे।
45 ओवर तक तो नहीं थी दोहरे शतक की उम्मीद
रोहित तो एक छोर पर खेल रहे थे वहीं चौथा विकेट गिरने के बाद कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी बल्लेबाजी के लिए उतरे। धोनी और रोहित ने इसके बाद संभलकर बल्लेबाजी करते हुए विकेट के नुकसान का ध्यान रखते हुए अगले 11 ओवर में 75 रन जोड़े लेकिन ये जोड़ी डटी हुई थी।
45 ओवरों में भारतीय टीम का स्कोर 283 रनों पर चार विकेट था। धोनी जहां 28 गेंदों में 29 पर थे तो वहीं रोहित 138 गेंदो में 142 रनों पर खेल रहे थे।
रोहित ने अंतिम पांच ओवरों में दिखाया अपना रंग
इस हालात को देखकर तो लग रहा था कि भारतीय टीम अगले पांच ओवरों में ज्यादा से ज्यादा 60 रन जोड़ सकती है। और रोहित शर्मा का दोहरा शतक तो किसी के सपने में भी नहीं आ रहा था। लेकिन इसके बाद तो रोहित ने अपना अलग ही रूप अख्तियार कर लिया। वहीं धोनी ने भी दूसरे छोर से जमकर साथ दिया।
अगले पांच ओवर में रोहित शर्मा ने धमाकेदार बल्लेबाजी की। रोहित शर्मा ने एक के बाद एक बड़े-बड़े छक्के लगाए और देखते ही देखते रोहित शर्मा आखिरी ओवर से पहले दोहरा शतक करने के बिल्कुल करीब खड़े थे।
रोहित का दोहरा, भारत ने बनाए अंतिम पांच ओवरों में 101 रन
आखिरी ओवर क्लिंट मैके के हाथ में था और रोहित शर्मा 155 गेंदो में 197 रनों पर स्ट्राइक पर थे। मैके के इस ओवर की पहली ही गेंद पर रोहित शर्मा ने छक्का जड़ दिया और 156 गेंदो में दोहरा शतक पूरा करने के साथ ही वनडे क्रिकेट इतिहास के तीसरे बल्लेबाज बने।
रोहित ने इसके बाद अगली गेंद पर एक और छक्का जड़ा, लेकिन तीसरी गेंद पर छक्का लगाने के प्रयास में चलते बने थे, लेकिन रोहित ने अपना काम कर दिया था। भारतीय टीम ने आखिरी 5 ओवरों में 101 रन बनाए।