क्रिकेट डेस्क। भारत के सबसे पुराने क्रिकेटरों में शुमार 87 वर्ष के दीपक शोधन का आज सुबह निधन हो गया है। वो फेफड़ों के कैंसर से जूझ रहे थे जिसका पता उन्हें इसी साल फरवरी महीने में चला था। शोधान अपने पदार्पण टेस्ट में शतक जडऩे वाले पहले भारतीय बल्लेबाज थे। उनका निधन अपने आवास पर अहमदाबाद में हुआ। वो बहुमुखी प्रतिभा के क्रिकेटर थे शोधन बाएं हाथ के बल्लेबाज थे, इसके साथ ही वे मध्यम गति से गेंदबाजी भी किया करते थे। वह मौजूदा समय में सबसे उम्रदराज भारतीय क्रिकेटर थे।
दीपक शोधन का जन्म 18 अक्टूबर 1928 को अहमदाबाद में हुआ था दीपक को भारत की ओर से 25 साल की उम्र में पहला टेस्ट खेलने का मौका मिला था। दीपक 1952 में ईडन गार्डंस में पाकिस्तान के खिलाफ इस टेस्ट में 179 रन पर छह विकेट होने पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे।
वह पुराने दिनों को याद कर काफी खुश हुआ करते थे। एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया, कि “वह 1952-53 में पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल टेस्ट मैच कोलकाता में खेल जा जाना था। मुझे अंतिम एकादश में शामिल किया गया था। कप्तान विजय हजारे अस्वस्थ होने के कारण बाहर हो गए और फिर लाला अमरनाथ ने विजय हजारे की अनुपस्थिति में भारत की कमान संभाली। इसके बाद मेरे नाम को लेकर चर्चा चली और कहा गया कि एक गुजराती लंबा सा लड़का है जो इन परिस्थतियों में अच्छा कर सकता है और इस प्रकार की स्थिति के लिए सही हैं। इस तरह मेरा क्रिकेट शुरू हो गया।”
हाल ही में हुए एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया था कि- “मुझे क्रिकेट से प्यार है और उन्होंने अपने करियर की शुरूआत 1962 में की थी। इसके 10 वर्ष बाद उन्होंने अपना आखरी क्रिकेट टेस्ट खेला। वह गुजरात और बड़ौदा की ओर से रणजी खेला था। 1957-58 में उन्होंने इस ट्राफी को अपने नाम भी किया था।”