इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ग्यारहवें संस्करण अब पूरी तरह से शुरू होने के करीब है और लोगों को इसकी काफी प्रतीक्षा है है, प्रशंसकों उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। आईपीएल की शुरुआत में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था और बाद में भी कई कठिनाइयाँ का सामना करना पड़ा है।
आईपीएल के पहले दशक में कुछ घटनाएं घटी है। भारत में आयोजित होने वाले हर साल के इस आईपीएल में सभी क्रिकेट खिलाड़ियों का खेलने का सपना होता है क्योंकि यहाँ करोड़ों की राशि जीतने को मिलती है। इसी बीच आपको बता दें कि इस साल अर्थात आईपीएल 11 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड लगभग 2 हजार करोड़ की कमाई करने वाला है।
यदि रिपोर्टों पर विश्वास किया जाए, तो सभी क्रमपरिवर्तन और संयोजन के बाद आने वाले आईपीएल में अनुमान यह है कि इस 45-दिवसीय टूर्नामेंट के दौरान बीसीसीआई लगभग 16 गुना ज्यादा मुनाफा कमाता है, जबकि वर्ष के शेष 320 दिन भी बाकी रहते है। इसी बीच अगर हम द टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट पर नजर डालें तो उनके अनुसार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड जितना पैसा एक साल में कमाता है उसका लगभग 95 प्रतिशत हिस्सा तो केवल इंडियन प्रीमियर लीग से आता है। इस प्रकार अब बीसीसीआई का यह अनुमान है वव् आने वाले समय में अर्थात आगामी वित्तीय वर्ष में उसमें आईपीएल की हिस्सेदारी तक़रीबन 2,017 करोड़ रुपए हो सकती है इसके अलावा बाकी अन्य घरेलू क्रिकेट के आयोजन का हिस्सा सिर्फ 125 करोड़ ही हो सकता है।
दिलचस्प बात यह है कि अनुमान से पता चलता है कि भारतीय पुरुष टीम न्यूजीलैंड में पांच साल के अंतराल के बाद अगले साल होने वाले किसी भी टेस्ट मैच में नहीं खेल सकती है। खबर यह है कि बीसीसीआई का मानना है कि वे बहुत सारा पैसा खर्च दिए होंगे। इसके अलावा 2019 के शुरुआती महीनों में 2019 के विश्व कप का आयोजन इंग्लैंड और वेल्स में किया जाएगा, इसलिए बीसीसीआई भारतीय टीम को संभवतः ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच खेलकर 50 ओवरों के मैच में खेलने की इच्छा रखता है।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया से कहा, “न्यूजीलैंड में 3 बजे भारत के समय से शुरू होने वाले पांच दिवसीय मैच में पैसे खर्च करने का बहुत जोखिम है। वैसे भी, यह न्यूजीलैंड की यात्रा के बाद विश्व कप वर्ष होगा। इंग्लैंड में विश्व कप खेलने से पहले भारतीय टीम को अभी भी अच्छा खासा क्रिकेट खेलना है।”