आईपीएल में बंगलौर और कोलकत्ता के बीच हुए मैच में भले ही कोलकत्ता ने जीत हासिल कर ली हो, लेकिन कोलकत्ता के कप्तान गौतम गंभीर ने बताया, कि वो टीम की बल्लेबाज़ी देख कर बहुत गुस्से में थे. डेढ़ साल से आईपीएल में पर्पल कैप पर है इस भारतीय गेंदबाज़ का कब्ज़ा
उन्होंने टीम की बल्लेबाज़ी पर कहा, कि “मै कोलकत्ता के साथ पिछले 7 सालों से हूँ. मै कभी भी टीम के किसी भी खिलाड़ी पर किसी भी चीज़ को लेकर गुस्सा नही होता हूँ. लेकिन बंगलौर के खिलाफ 65 रन पर 1 विकेट के बाद 132 रन पर पूरी टीम का आउट होना अस्वीकार्य था. टीम से मुझे ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद बिल्कुल भी नहीं थी.” सचिन के जन्मदिन पर रोमांचक मुकाबले में मिली हार के बाद भावुक हुए रोहित शर्मा और इसे बताया हार की बड़ी वजह
अपने गुस्से को लेकर उन्होंने कहा, कि “मै आउट होने के बाद मछली खाना पसंद करता हूँ लेकिन उस मैच में बल्लेबाजों का ऐसा प्रदर्शन देख मै बाथरूम चला गया था. ताकि मैं अपने गुस्से को थोड़ा काबू कर सकूँ. पारी खत्म होने के बाद मै सब पर बहुत गुस्सा हुआ था.”
गंभीर ने कहा, कि “जैसे ही इन्निंग्स ब्रेक शुरू होने वाला था, मैंने पूरी टीम को एकजुट किया और बाहर 60 हज़ार लोग हमारे लिए चिल्ला रहे थे, लेकिन अन्दर इतना शांत माहौल था, कि आप कौन क्या सोच रहा है यह तक जान सकते है. मैंने उस समय टीम के सभी सदस्यों से कह दिया था, कि जिस भी खिलाड़ी की ऊर्जा में मुझे कमी नज़र आई, वो उस खिलाड़ी के लिए कम से कम मेरी कप्तानी में केकेआर के लिए आखिरी मैच हो सकता है.”
टीम की गेंदबाजी को लेकर उन्होंने कहा, कि “नाथन कुल्टर-नाइल को उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में देखा था. वो मानसिक रूप से बहुत मजबूत हैं. मैंने उसको जा के वो गेंद दी और फ़ील्डिंग सेट करना लगा. उसने ने मुझसे कुछ नहीं बोला. उसे पता था उसे क्या करना हैं. और उस दिन उसकी गेंदे हवा में तैर रही थी. “
उमेश यादव को ले कर उन्होंने कहा कि “जब उसने यूनिवर्सल बॉस को क्रिस गेल को आउट किया. मैं उस समय बहुत खुश था. ये मैच का सबसे बड़ा पल था. उसके बाद मुझे लग रहा था, हम यहाँ से मैच में वापसी कर सकते हैं और मैच जीत सकते हैं.”
कोलकत्ता ने बंगलौर को सिर्फ 49 रन पर आउट कर दिया था. और मैच को 82 रन से जीत लिया था,