क्रिकेट डेस्क। एबी डी’विलियर्स (82) और विराट कोहली (75) की दमदार पारियों की बदौलत आरसीबी ने आईपीएल-9 के चौथे मैच में एसआरएच को 45 रन से हरा दिया। आरसीबी ने कोहली-डी’विलियर्स के बीच दूसरे विकेट के लिए 157 रन की साझेदारी के साथ टूर्नामेंट में शानदार जीत के साथ शुरुआत की। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने वाली आरसीबी ने 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 228 रन बनाए। जवाब में एसआरएच की टीम 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 182 रन बना सकी।
एसआरएच की हार के प्रमुख कारणों पर एक नजर-
बेअसर गेंदबाजी का प्रदर्शन
एसआरएच के गेंदबाजी काफी खराब रही और उन्होंने आरसीबी के बल्लेबाजो को खुलकर खेलने का बेहतरीन मौका दिया जिसका फायदा भी उन्होंने उठाया। मुस्ताफिजुर रहमान को छोड़ दिया जाए तो कोई भी गेंदबाज ऐसा नहीं जिसकी जमकर पिटाई न हुई हो। मोइसेस हेन्रिक्स ने अपने 4 ओवर में 41 रन दिए, केवी शर्मा का औसत देखकर तो आप चौंक जाएंगे उन्होंने अपने 4 ओवरों में 57 रन दिए। आशीष रेड्डी ने 1.5 ओवर में 25 रन लुटाए।
नेहरा का चोटिल होना
एसआरएच की मुसीबतें उस समय और बढ़ गईं जब उनके सबसे प्रमुख गेंदबाज आशीष नेहरा मांसपेशियों में खिचाव के कारण मैदान से बाहर चले गए। नेहरा 2.1 ओवर ही डाल सके। इसके बाद उनकी जगह गेंदबजी करने के लिए आशीष रेड्डी को चुना गया और वो बहुत ही महंगे साबित हुए। आशीष रेड्डी ने 1.5 ओवर में 25 रन दिए। इसके साथ ही नेहरा की अनुपस्थिति ने एसआरएच के आक्रमण को काफी कमजोर बना दिया।
टॉस का फैसला गलत
एसआरएच के कप्तान डेविड वॉर्नर का टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय गलत साबित हुआ। उनकी टीम ने इतने दवाब के बावजूद 182 रन बनाए अगर वह पहले बल्लेबाजी करते तो उनके बल्लेबाज बिना किसी प्रेशर के बल्लेबाजी कर पाते और टीम को एक मजबूत स्कोर तक पहुंचा सकते थे। पहले गेंदबाजी के निर्णय ने आरसीबी को बिना किसी दवाब के खेलने का मौका दे दिया जो एसआरएच के लिए घातक साबित हुआ।
ओपनर का साथ न निभाना
शिखर धवन काफी लंबे समय से खराब फॉर्म में चल रहे हैं और इसका खामियाजा आज एसआरएच को भी भुगतना पड़ा। डेविड वॉर्नर ने एक कप्तानी पारी खेली और 58 रन बनाए लेकिन उन्हें दूसरे छोर से उस तरह का सपोर्ट नहीं मिला जिसकी वो उम्मीद कर रहे थे। शिखर धवन 8 रन बनाकर पवेलियन लौट गए और टीम के ऊपर और अधिक दवाब आ गया।
मध्यमक्रम की फ्लॉप बल्लेबाजी
एसआरएच के कप्तान डेविड वॉर्नर ने टीम को मैच में बनाए रखने की पूरी कोशिश की लेकिन धवन के आउट होने के बाद टीम के किसी भी बल्लेबाज ने उनका साथ नहीं निभाया। मोइसेस हेनरिक्स (19), नमन ओझा (0), दीपक हूडा (6) जल्दी-जल्दी आउट हुए। मध्यमक्रम के बुरी तरह से फ्लॉप होने के कारण टीम पूरी तरह से दवाब में आ गई और परिणाम सभी के सामने है।