इंडियन प्रीमियर लीग युवाओं के लिए एक ख़ास मौका होता है कि वह अपना भविष्य बनाये। इसी बीच आईपीएल से भारतीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम को भी कई खिलाड़ी मिले है लेकिन आईपीएल से कई खिलाड़ी हीरो से जीरो भी बन गए है। ऐसे ही कई खिलाड़ी है, जिन्होंने बड़े ही धमाकेदार रूप में आईपीएल की शुरुआत की, लेकिन बाद में इनका कैरियर लगभग ख़त्म सा हो गया है। चलिए आज बात करते है ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जिनका कैरियर शुरू हुआ ही था कि अब ख़त्म होने वाला ही है।
1) सौरभ तिवारी
झारखंड के क्रिकेटर सौरभ तिवारी जिन्होंने साल 2008 के अंडर-19 क्रिकेट में बहुत अच्छा क्रिकेट खेला था और इसके बाद 2010 के आईपीएल में बहुत अच्छा क्रिकेट खेला था और 2010 के इस सीज़न में बहुत अच्छी बल्लेबाजी की 30 की औसत और 135.59 के स्ट्राइक रेट के साथ 419 रन बनाए थे। लेकिन इसके बाद अब इनका कैरियर लगभग ख़त्म जैसा ही हो गया है, क्योंकि इन्हें बहुत कम मौके दिए जाते है और पिछले साल के आईपीएल में महज 1 मैच में मौका दिया था जिसमें 52 रन बनाये थे।
2) मनप्रीत गोनी
इस प्रकार मनप्रीत गोनी जिन्होंने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम में इन्होंने आईपीएल के पहले सीजन में बहुत अच्छी गेंदबाजी की थी और पूरे सीजन में कुल 16 मैच खेलते हुए 17 विकेट लिए थे। इन्होंने भारतीय टीम में भी डेब्यू किया लेकिन अभी क्रिकेट से गायब है। इन्हें आईपीएल 11 में किसी ने नहीं खरीदा।
3) स्वपनिल असनोदकर
इसी बीच आपको बता दें कि राजस्थान रॉयल्स के पूर्व कप्तान शेन वॉर्न स्वपनिल असनोदकर को ‘गोवा का तोप’ कहते थे। असनोदकर ने पहले आईपीएल सीजन में बहुत अच्छा क्रिकेट खेलते हुए 311 रन बनाये थे, जिसमें इनका औसत 133.47 का रहा था, लेकिन इसके बाद इनका नाम भी शायद किसी ने सुना होगा। हालाँकि इन्होंने हाल ही में विजय हजारे में अच्छा क्रिकेट खेला है।
4) श्रीनाथ अरविन्द
श्रीनाथ अरविन्द भी ऐसा ही एक नाम है जिन्होंने आईपीएल की शुरुआत अच्छे से की लेकिन इसके बाद में इनका कैरियर ज्यादा आगे नहीं बढ़ सका और ये आज भी कर्नाटक टीम के लिए खेलते है, लेकिन इस बार इन्हें किसी भी टीम ने नहीं खरीदा है और लगभग इनका कैरियर भी खत्म ही है।
5) पॉल वॉलथैटी
किंग्स इलेवन पंजाब के शानदार क्रिकेटर पॉल वॉलथैटी ने भी अपने आईपीएल की शुरुआत बड़े ही शानदार तरीके से की थी। इन्होंने अपना पहला आईपीएल मैच साल 2009 में की थी लेकिन उसमें इन्होंने कुछ नहीं किया था लेकिन इसके बाद 2011 में इन्हें मौका मिला और जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए 14 मैचों में 463 रन बनाये थे, जबकि इसमें इन्होंने एक शतक भी लगाया लेकिन इन्होंने आखिरी बार आईपीएल में कोई मैच 2013 में खेला था, इसके बाद से इनका कैरियर लगभग ख़त्म ही हो गया है। इस प्रकार इन खिलाड़ियों को चार दिन की चांदनी ही कह सकते है।