रविचंद्रन अश्विन
प्रमुख तौर पर ऑफ स्पिनर अश्विन अपने वेरिएशंस के लिए जाने जाते हैं। 2009 में उन्होंने सिर्फ दो मैच खेले, लेकिन अगले वर्ष से वह धोनी के प्रमुख हथियार बन गए। वह पारी में कभी भी गेंदबाजी करने के लिए तैयार हैं। 2010 से उन्होंने हर सत्र में लगभग 10 विकेट लिए और आईपीएल में वह 100 विकेट से अधिक ले चुके हैं। नई गेंद से उनकी उपयोगिता को देखते हुए भारतीय टीम में अश्विन का चयन किया गया और आगे चलकर तीनों प्रारूपों में वह प्रमुख स्पिनर बन गए।