हमे पता है की शिखर धवन टेस्ट क्रिकेट में वे किसी भी गेंदबाजी अटैक को ध्वस्त कर सकते है. उनकी अॉस्ट्रेलिया के खिलाफ 187 रनों की पारी कौन भूल सकता है जो की पहला टेस्ट खेलने वाले किसी भी खिलाडी का सबसे तेज शतक था.
और अभी बांग्लादेश के खिलाफ शानदार 173 रनों की पारी हो.
वैसे देखा जाए तो सब ठीक है लेकिन जब एशिया के बाहर प्रदर्शन की बात आती है तो गडबड हो जाती है उनके प्रदर्शन में.
ये आंकडे सब बया करते है धवन का एशिया में औसत 104 है जो कमाल का है.
यहाँ पर धवन की पुरे विश्व में बल्लेबाजी औसत दे रखी है:
भारत में:
मैच |
रन |
उच्च |
औसत |
100/50 |
4 |
416 |
187 |
104.00 |
2/0 |
इंग्लैंड में :
मैच |
रन |
उच्च |
औसत |
100/50 |
3 |
122 |
37 |
20.33 |
0/0 |
ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में:
मैच |
रन |
उच्चतम स्कोर |
औसत |
100/50 |
5 |
382 |
115 |
38.22 |
1/0 |
साउथ अफ्रीका में :
मैच |
रन |
उच्चतम स्कोर |
औसत |
100/50 |
2 |
76 |
29 |
19.00 |
0/0
|
लेकिन बाहर ये औसत गिरता है जो न्यूजीलैंड और अॉस्ट्रेलिया में 38 और इंग्लैंड और अफ्रीका में 19 का रह जाता है.
तो जहा गेंद स्विंग नहीं होती जैसे एशिया में वहा धवन अच्छा स्कोर करते है.
और जहा स्विंग और बाउंस ज्यादा होता है वहा स्टेन, जॉनसन, ब्रॉड जैसे गेंदबाजों के सामने धवन अच्छा नहीं कर पाते.
ये बडा जल्दी होगा की धवन अच्छे नहीं है एशिया के बाहर क्योंकि उन्होंने सिर्फ 14 टेस्ट ही खेले है लेकिन उनको अपनी तकनीक सुधारनी होगी.
और हम किसी बल्लेबाज को बडा बल्लेबाज नहीं बोल सकते जब तक वो हर पिच पर अच्छा खेले.