इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में रविवार को ही संपन्न हुए आईसीसी महिला क्रिकेट विश्वकप के खिताबी मुकाबलें में भारतीय महिला क्रिकेट टीम को मेजबान इंग्लैंड को हाथों रोमांचक मैच में 9 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम को एक बार फिर पहली बार महिला क्रिकेट विश्वकप जीतने का सपना टूट गया। भारतीय महिला टीम ने इस विश्वकप में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए फाइनल तक का सफर तय किया।
भारतीय महिला टीम ने दूसरी बार किया फाइनल का सफर
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इससे पहले मिताली राज की ही कप्तानी में 2005 में भी फाइनल का सफर तय किया था लेकिन उस समय भी भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। वैसे इस विश्वकप में युवा भारतीय महिला टीम से किसी को उम्मीद नहीं थी कि ये टीम फाइनल तक का सफर करने का माद्दा रखता है लेकिन युवा भारतीय टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन कर फाइनल में जगह बनायी।भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ियों को 50 लाख रूपये का इनाम देने वाली बीसीसीआई ने हारने के बाद अब कही ये बात
फाइनल में पहुंचना ही बड़ी बात, दुर्भाग्य से आखिर में चूके
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अनुभवी खिलाड़ी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने भी माना कि फाइनल मैच में पहुंचना ही बड़ी बात है क्योंकि किसी ने नहीं सोचा था कि हम यहां तक पहुंच पाएंगे। झूलन गोस्वामी ने इसको लेकर कहा कि” विश्वकप के फाइनल में पहुंचना ही बहुत बड़ी बात है। क्योकिं किसी ने नहीं सोचा था कि हम फाइनल खेलेंगे। टीम के सभी खिलाड़ियों ने अपना अहमल योगदान दिया। लेकिन आखिर में हम थोड़ी और कोशिश करते तो परिणाम कुछ और होता। पूरे टूर्नामेंट के दौरान हमनें अपने खेल का पूरा आनंद लिया। दुर्भाग्यवश परिणाम हमारे पक्ष में नहीं आ सका।”
विकेट को ध्यान में रखकर बल्लेबाजों को नहीं दिया खुलकर खेलने का मौका
इसके साथ ही फाइनल मैच में शानदार गेंदबाजी करने वाली झूलन गोस्वामी ने कहा कि “शुरूआत में हम जल्दी विकेट नहीं ले सके और विकेट में ज्यादा गति भी नहीं थी। इसी कारण मैंने सही दिशा में गेंदबाजी की और बल्लेबाजों को शॉट खेलने के लिए ज्यादा मौका नहीं दिया। कभी तो आपकी रणनीति कारगर साबित होती है तो कभी ऐसा नहीं हो पाता है, लेकिन इन सबके बीच ये सब खेल का ही हिस्सा है और उम्मीद है कि आगे एक नई शुरूआत करेंगे।“पोंटिंग और स्मिथ समेत कई ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों के हजारो रन बनाने में भारत की है अहम भूमिका, जाने कैसे