हरभजन सिंह
कहा यह भी जाता है कि धोनी अनुभवी हरभजन सिंह से ज्यादा महत्व रवि आश्विन और रविन्द्र जडेजा को देते हैं, लेकिन जडेजा और आश्विन की जोड़ी का प्रदर्शन देखा जाये तो इस प्रश्न का महत्व कम हो जाता हैं.
हरभजन को टेस्ट से बाहर रखने का मुख्य कारण है कि 2011 में इंग्लैंड के अहम दौरे से पहले हरभजन ने अपने आप को चोटिल बताकर इंग्लैंड दौरे से अपना नाम वापस ले लिया था, चयनकर्ताओ साहित सभी क्रिकेट फैन्स को लगा हरभजन कुछ आराम चाहते है, लेकिन देखने को कुछ और ही मिला, चोट का बहाना बनाकर हरभजन ने टीम से नाम वापस लिया और मुंबई में चैंपियन ट्राफी की तैयारी में जुट गए, शायद यही बात चयनकर्ताओ और धोनी को नागावार गुजरी. भारत को इंग्लैंड में 4-0 की कारारी हार झेलनी पड़ी, जिसके बाद चयनकर्ता आश्विन को हरभजन से ज्यादा महत्व देने लगे.
आश्विन और जडेजा धोनी की आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स से खेलते रहे जिसके कारण कई बार उनपर यह आरोप लगते रहे,कि आईपीएल टीम-साथी होने कारण धोनी आश्विन और जडेजा को हरभजन से ज्यादा महत्व देते हैं.